
वॉशिंगटन। पिछले दिनों नेशनल स्टैस्टिकल ऑफिस एनएसओ ने अपनी रिपोर्ट में कहा था कि इस साल भारत की जीडीपी 7 फीसदी के पार रहेगी। अब वर्ल्ड बैंक ने भी भारत की अर्थव्यवस्था के लिए बड़ी भविष्यवाणी की है। वर्ल्ड बैंक ने अपने हाल के ग्लोबल इकोनॉमिक प्रॉस्पेक्ट्स रिपोर्ट में कहा है कि आने वाले कई साल भारत में निवेश मजबूत बना रहेगा। वर्ल्ड बैंक ने अपनी इस रिपोर्ट में हालांकि कहा है कि निवेश कुछ कम भले हो सकता है, लेकिन दुनियाभर की अर्थव्यवस्था में सुस्ती के बावजूद भारत का आर्थिक विकास शानदार गति से तरक्की करने वाला है। वर्ल्ड बैंक की इस रिपोर्ट से साफ है कि मोदी सरकार की आर्थिक नीतियां काम कर रही हैं और भारत अब भी दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था बना हुआ है।
वर्ल्ड बैंक से पहले आईएमएफ और फिच जैसी संस्थाओं ने भी भारत के विकास दर के तेजी से बढ़ते रहने की भविष्यवाणी की थी। आईएमएफ ने हालांकि भारत की तरफ से लिए गए कर्ज पर चिंता जताई थी, लेकिन इसे खतरनाक नहीं माना था। हाल ही में रिजर्व बैंक यानी आरबीआई की रिपोर्ट में भी कहा गया था कि भारत की जीडीपी 7 फीसदी से ज्यादा रहेगी। वर्ल्ड बैंक की रिपोर्ट के मुताबिक दुनिया में मंदी के बाद भी भारत का आर्थिक विकास दर 2024-25 में 6.4 फीसदी रहने का अनुमान है। भारत के इस आर्थिक विकास दर के आसपास दुनिया के किसी और देश के न होने की बात भी वर्ल्ड बैंक ने कही है। इसके साथ ही वर्ल्ड बैंक ने कहा है कि 2025-26 में भारत की ग्रोथ रेट 6.5 फीसदी रहने का उसे अनुमान है।
वर्ल्ड बैंक के ग्लोबल इकोनॉमिक प्रॉस्पेक्ट्स रिपोर्ट में बताया गया है कि भारत में होने वाले निवेश को सरकार की तरफ से लगाए जा रहे धन और बैंकिंग सेक्टर समेत बेहतर कॉरपोरेट बैलेंस शीट की वजह से समर्थन मिलने जा रहा है। वर्ल्ड बैंक ने आशंका जताई है कि दुनिया की प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं की विकास दर 2024 में गिरकर 2.4 फीसदी के आसपास आ जाएगी। वर्ल्ड बैंक के मुताबिक ये आधा दशक यानी 5 साल बीते 30 साल में अर्थव्यवस्था के लिहाज से सबसे कमजोर रहने वाला है।