नई दिल्ली। ‘द कश्मीर फाइल’, ‘केरला स्टोरी’ और ’72 हूरें’ के बाद अब जिस फिल्म का सबसे ज्यादा बेसब्री से इतंजार किया जा रहा है वो ‘अजमेर 92’ है। इस फिल्म को लेकर पहले से ही काफी बज बना हुआ है। फिल्म के अनाउंसमेंट के साथ ही ये फिल्म विवादों में घिर गया था। मुस्लिम समुदाय के लोग लगातार इस फिल्म को बैन करने की मांग कर रहे हैं। उनका कहना है कि ये एक प्रोपगैंडा फिल्म है, जिसका मकसद घटना को दर्शना नहीं बल्कि हमारे समुदाय को बदनाम करना है। क्योंकि अपराधी और विकृत मानसिकता के लोग तो किसी भी समुदाय के हो सकते हैं। इन्हीं सब वाद-विवाद के बीच आज फाइनली फिल्म ‘अजमेर 92’ का ट्रेलर रिलीज कर दिया गया है।
फिल्म की कहानी देश के सबसे बड़े रेपकांड, अजमेर में साल 1992 में उजागर हुए रेपकांड पर आधारित है। जिसमें 250 से ज्यादा मासूम लड़कियों को हवस का शिकार बनाया गया था और बदनामी व ब्लैकमेल के डर से इनमें से अधिकतर लड़कियों ने या तो शहर छोड़ दी या दुनिया।
‘अजमेर 92’ कहानी को फिल्म में एक पत्रकार के द्वारा नैरेट करता हुआ दिखाया गया है, जो लड़कियों की मौत पर राजनीति और पुलिस की ढुलमुल कार्रवाई को देखते हुए खुद इस पूरे मामले की जांच शुरू करता है। उसे नाबालिग लड़कियों की बिना कपड़ों के तस्वीरें मिलती है। इनमें कई लड़कियां सुसाइड कर चुकी होती हैं। इंवेस्टिगेशन के दौरान पत्रकार के सामने इस खौफनाक कांड के ऐसे-ऐसे सच उजागर होते हैं जो उसे हिलाकर रख देते हैं।
फिल्म ‘अजमेर 92’ का निर्देशन पुष्पेंद्र सिंह ने किया है। फिल्म 21 जुलाई को सिनेमाघरों में रिलीज की जाएगी।