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Adipurush: आदिपुरुष पर जारी बवाल के बीच फिल्म देखने पहुंचे मुस्लिमों ने लगाए जय श्री राम के नारे, जानिए पूरा माजरा

सनद रहे कि शुक्रवार  को फिल्म रिलीज हुई है। जिसे लेकर  फिल्म को लेकर माहौल बनाया गया है, उसके बाद से लोगों में इसे देखने की आतुरता का  चरम पर पहुंचना लाजिमी है। यह आतुरता का नतीजा है कि फिल्म का कलेक्शन 150 करोड़ के पार पहुंच चुका है,  जिसने शाहरुख खान  की पठान को भी पीछे छोड़ दिया है।

नई दिल्ली। जिस खबर के बारे में हम आपको इस रिपोर्ट में बताने जा रहे हैं , वो महज खबर नहीं है, बल्कि वो आईना है , उन सभी लोगों के लिए जो कभी जाति के नाम की राजनीति करते हैं, तो कभी धर्म के नाम की तो कभी राज्य के नाम तो कभी भाषा के नाम  की। ऐसा करके ये लोग महज देश की एकता और अखंडता पर आंच लाने की कोशिश करते हैं, लेकिन शायद इन लोगों को यह खबर नहीं है कि भारत की एकता और अखंडता को चोट पहुंचाने वाले लोग खुद ही चोटिल हो गए, लेकिन आज तक इस देश की एकता भंग नहीं कर पाए। खैर, अब इतना सबकुछ पढ़ने के बाद आपके जेहन में यह सवाल आ रहा होगा कि आखिर ऐसी भूमिकाओं के जाल क्यों बुनाए जा रहे हैं? आखिर माजरा क्या है? जरा कुछ खुलकर बताएंगे।

तो खबर आदिपुरुष फिल्म को लेकर है। पता ही होगा कि आपको अभी इस फिल्म को लेकर बवाल मचा हुआ है। दरअसल, फिल्म में किरदारों के वेशभूषा सहित उनके द्वारा बोले गए संवाद पर आपत्ति जताई जा रही है। फिल्म देख चुके दर्शकों का कहना है कि फिल्म के जरिए ऐतिहासिक पौराणिक तथ्यों के साथ छेड़छाड़ किया गया है। फिल्म के जरिए हिंदू आस्था  का मजाक बनाया गया है। जिसकी भत्सर्ना की जानी चाहिए। फिल्म में भगवान हनुमान, भगवान राम और मां सीता द्वारा बोले गए संवाद व भाषा शैली को लेकर भी लोगों ने आक्रोश जाहिर किया है। उधर, कांग्रेस की ओर से भी प्रतिक्रिया सामने आ गई है।

कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने आदिपुरुष को लेकर जारी बवाल पर फिल्म के डॉयलॉग राइटर मनोज मुंतशिर पर निशाना साधा है। सुप्रिया ने फिल्म में बोले गए संवाद को टपोरी बताया है। वहीं, फिल्म को लेकर जारी विरोध की बयार नेपाल तक पहुंच चुकी है। दरअसल, नेपाल में लोगों ने मां सीता को भारत की बेटी बताए जाने पर आपत्ति जताई है। नेपालवासियों का कहना है कि पौराणिक कथाओं में साफतौर पर इस बात का उल्लेख किया गया है कि मां सीता का जन्म जनकपुर में हुआ था, जो कि नेपाल में स्थित है, तो भला फिल्म में किस आधार पर मां सीता को भारत की बेटी बताया गया? तो इस तरह से आप समझ सकते हैं कि फिल्म से जु़ड़े कई मुद्दों को लेकर लोगों के बीच विरोध का आलम है। उधर, पूरे मसले पर सियासत का तड़का भी लगना शुरू हो चुका है, लेकिन इस बीच दिल को सुकून देने वाली खबर सामने आई है। यकीन मानिए, अगर आपने इस खबर को पढ़ लिया ,तो आपका हदय मंत्रमुग्ध हो जाएगा। आइए, आगे आपको इसके बारे में विस्तार से बताते हैं।

सनद रहे कि शुक्रवार को फिल्म रिलीज हुई है। वहीं, जिस तरह फिल्म को लेकर माहौल बनाया गया है, उसके बाद से लोगों में इसे देखने की आतुरता का  चरम पर पहुंचना लाजिमी है। यह आतुरता का नतीजा है कि फिल्म का कलेक्शन 150 करोड़ के पार पहुंच चुका है, जिसने शाहरुख खान की पठान को भी पीछे छोड़ दिया है। अब आगामी दिनों में फिल्म के कलेक्शन किस -किस के होश फाख्ता करता है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी, लेकिन इस बीच सिनेमाघरों में एक या दो नहीं, बल्कि कई मुस्लिम अपने हिंदू मित्रों के साथ फिल्म देखने पहुंचे। जहां एक तरफ  पौराणिक तथ्यों का हलावा देकर फिल्म का विरोध किया जा रहा है, तो वहीं दूसरी तरफ कई मुस्लिम फिल्म की तारीफ करने से नहीं थक रहे हैं।

इतना ही नहीं, फिल्म देखने सिनेमाघर  पहुंचे कई मुस्लिमों ने तो जय श्री राम नारे लगाने से भी गुरेज नहीं किया, जिसका वीडियो भी सामने आया है, जिसे  इंटरनेट की दुनिया में खूब पसंद किया जा रहा है। बेशक फिल्म को लेकर विरोध हो रहा हो, लेकिन  इसका कलेक्शन बता रहा है कि लोगों में इसे देखने की इच्छा दिन ब दिन प्रबल हो रही है।