
नई दिल्ली। आज 11 अक्तूबर को अमिताभ बच्चन अपना 79वां जन्मदिन मना रहे हैं। इस मौके पर उन्हें सोशल मीडिया पर बंधाईयां मिल रही है। अमिताभ बच्चन के घर के बाहर भी उनके फैंस उनकी एक झलक पाने के लिए पहुंचे जिसके बाद खुद बिग बी उनसे मिलने घर से बाहर आए। अपने जन्मदिन के खास मौके पर अमिताभ बच्चन ने एक बड़ा फैसला लिया है। अमिताभ बच्चन से एक ब्लॉग लिखकर फैंस को जानकारी देते हुए कहा है कि उन्होंने ‘कमला पसंद’ के साथ किए गए करार को खत्म कर दिया है। ब्लॉग में अमिताभ ने लिखा, ‘मैंने पान मसाला ब्रांड कमला पसंद के साथ अनुबंध समाप्त कर दिया है। फीस वापस लौटा दी है। अमिताभ बच्चन ने ये भी बताया कि उन्हें इस बात की जानकारी नहीं थी कि यह सरोगेट विज्ञापन के अंतर्गत आता है।’
‘कमला पसंद’ के साथ किए गए करार को बिग बी ने विज्ञापन के ऑन एयर होने के कुछ समय बाद उठाया है। अमिताभ बच्चन के इस फैसले के पीछे एक कारण उनका ‘कमला पसंद’ के विज्ञापन को लेकर ट्रोल होना भी माना जा रहा है।
नेशनल ऑर्गेनाइजेशन फॉर इराडिकेशन ऑफ टोबैको के अध्यक्ष डॉ. शेखर साल्कर ने भी अमिताभ बच्चन को एक खुला पत्र लिखा था। जिसमें उन्होंने कहा कि मेडिकल रिसर्च के अनुसार तंबाकू और पान मसाला सेहत के लिए फायदेमंद नहीं होता है, यह स्वास्थ्य को भी बहुत नुकसान पहुंचता है। अमिताभ बच्चन तो सरकार के पोलियो कैंपेन के ब्रांड एम्बेसडर हैं। ऐसे में उन्हें कमला पसंद जैसे पान मसाला के विज्ञापन नहीं करना चाहिए।
कमला पसंद को लेकर ट्रोल हुए थे अमिताभ
बता दें कि हाल ही में अमिताभ बच्चन ने रणवीर सिंह के साथ कमला पसंद पान मसाला का विज्ञापन किया था। जिसके बाद से उन्हे काफी ट्रोल भी किया जा रहा था। दरअसल, अमिताभ बच्चन ने अपने फेसबुक पर एक पोस्ट में लिखा था कि ‘एक घड़ी खरीदकर हाथ में क्या बांध ली, वक्त पीछे ही पड़ गया मेरे।’ उनके इस पोस्ट पर उनके फैंस ने खूब कमेंट किए, लेकिन एक यूजर ने तीखी बात भी लिखते हुए कहा, ‘प्रणाम सर, सिर्फ एक बात पूछनी है आपसे क्या जरूरत है कि आपको भी कमला पसंद पान मसाले का विज्ञापन करना पड़ा? फिर क्या फर्क है आप में और इन टटपुंजियों में?’ जिसके बाद से सोशल मीडिया पर अमिताभ बच्चन को काफी ट्रोल किया जा रहा था।
अमिताभ बच्चन ने दिया जवाब
वहीं अमिताभ बच्चन ने इसका जवाब देते हुए लिखा, ‘मान्यवर, क्षमा प्रार्थी हूं, किसी भी व्यवसाय में यदि किसी का भला हो रहा है, तो ये नहीं सोचना चाहिए कि हम उसके साथ क्यों जुड़ रहे हैं। हां यदि व्यवसाय है तो उसमें हमें भी अपने व्यवसाय के बारे में सोचना पड़ता है। अब आपको ये लग रहा है कि मुझे ये नहीं करना चाहिए था, लेकिन इसको करने से, हां मुझे भी धनराशि मिलती है, लेकिन हमारे इंडस्ट्री में जो बहुत से लोग काम कर रहे हैं। जो कि कर्मचारी हैं, उनको भी काम मिलता है और धन भी। मान्यवर टटपूंजिया शब्द आपके मुख से शोभा नहीं देता और न ही हमारी इंडस्ट्री के अन्य कलाकारों को भी शोभित करता है। आदर सहित नमस्कार करता हूं।’