नई दिल्ली। छोटे पर्दे का शो ‘अनुपमा’ टीआरपी चार्ट में हमेशा टॉप पर रहता है। शो में हर दिन नए-नए ट्विस्ट एंड टर्न्स देखने को मिलते हैं, जो दर्शकों को बेहद पसंद आते हैं। बीते एपिसोड में आपने देखा कि घर में पार्टी का माहौल है लेकिन अनुपमा को समर की चिंता सता रही है क्योंकि समर का नजर का धागा गिर गया है लेकिन वो फिर भी खुद को भरोसा दिलाती है कि सब कुछ ठीक ही होगा।
महिला मंडली करेगी मस्ती
आज के एपिसोड में आप देखेंगे कि बा अपने मां होने का एक्सपीरियंस बताती है कि मां होना मतलब 4 घंटे की नींद लेना, ठीक से खा नहीं पाना, एक फिल्म न देख पाना, एक गाना न सुन पाना, हर वजह सूसू- पॉटी साफ करना। बड़ा होने पर बच्चे की पेंसिल छीलना, उसका कच्छा ढूंढकर देना। बा की बातें सुनकर डिंपी डर जाती है लेकिन अनुपमा करती है कि ये भी होता है लेकिन मां अपने का सुख बहुत प्यारा होता है। प्रेग्नेंट होने के साथ-साथ दर्द का रिश्ता भी जुड़ जाता है। बच्चे की रिपोर्ट में गड़बड़ी आने से परेशान होना, कभी रोना, कभी हंसना, कभी खुशी से रोना तो कभी दुख में रोना…लेकिन मां होना बहुत प्यारा होता है। दूसरी तरफ वनराज बताता है कि बाप होना क्या होता है। वो कहता है कि बचपन में बच्चे तैयार करना, अंधेरे में ये कहना है कि डरना मत, बड़े होने पर ये कहना है कि जिंदगी और जिम्मेदारियों से डरना नहीं, और बच्चे के बाहर जाने पर खुद डरकर रहना…ये होता है बाप होना। जिसके बाद सभी लोग मिलकर डांस करते हैं।
अनुज और बदमाशों में होगी भिड़ंत
दूसरी तरफ कुछ बदमाश लोग समर को परेशान करने की कोशिश करते हैं। वो कहते हैं कि समर के डायपर बदलने के दिन आ गए हैं। दोनों भिड़ने वाले होते हैं लेकिन अनुज आकर उन लोगों को चेतावनी देकर समझा देता है। दूसरी तरफ पाखी दोबारा मां बनने की बात छेड़ देती है, तो बा कहती है कि तेरा मूड हर 15 दिन में बदलता रहता है…तेरी उम्र नहीं है ये सब करने की करने की। अब पाखी चिढ़ जाती है और कहती है कि उसके मां बनने पर सबको दिक्कत क्यों हो रही हैं। बा कहती है कि पहले अपने रिश्ते पर ध्यान दे बच्चे पर नहीं। दूसरी तरफ उन्हीं बदमाशों में से एक लड़की के साथ जबरदस्ती कर रहा होता है और अनुज उसे देख लेता है। अब अनुज चाहकर भी इग्नोर नहीं कर पा रहा है।