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Anupamaa 31 March 2022: आग बबूला होकर बा देगी अनुपमा को श्राप, क्या शादी में होगा बड़ा अपशकुन!

Anupamaa 31 March 2022: अनुपमा की एंट्री शाह हाउस में जैसे ही होती है वैसे ही लाइट चली जाती है। सबसे पहले वनराज अनुपमा पर तंज कसता है। वो कहता है कि घर में आते ही बिजली चली गई। बिजली वापस आने पर अनु उसे करारा जवाब देती है। आज के एपिसोड में भी महाभारत का ही दूसरा हिस्सा दिखाया जाएगा। अनु लगातार अपने फैसले को सही साबित करने में लगी हैं।

नई दिल्ली। छोटे पर्दे का सीरियल अनुपमा दर्शकों का पसंदीदा सीरियल बना हुआ है। बीते एपिसोड में आपने देखा था कि अनुपमा के घर में दाखिल होते ही महाभारत शुरू हो चुकी है। हर कोई अनुज और अनुपमा के रिश्ते पर सवाल कर रहा है लेकिन अनुपमा सभी का करारा जवाब दे रही है। अनुपमा की एंट्री शाह हाउस में जैसे ही होती है वैसे ही लाइट चली जाती है। सबसे पहले वनराज अनुपमा पर तंज कसता है। वो कहता है कि घर में आते ही बिजली चली गई। बिजली वापस आने पर अनु उसे करारा जवाब देती है। आज के एपिसोड में भी महाभारत का ही दूसरा हिस्सा दिखाया जाएगा। अनु लगातार अपने फैसले को सही साबित करने में लगी हैं।

शाह हाउस में जारी है महाभारत

आज के एपिसोड में आप देखेंगे कि अनुपमा की शादी को लेकर शाह हाउस में बवाल जारी है। वनराज समाज की दुहाई देता है  लेकिन अनु पलटवार करते हुए कहती है कि समाज लोगों से बनता है और  जैसे-जैसे वह अपने जीवन में आगे बढ़ रही है, समाज भी प्रगति करेगा। कहती साफ-साफ करती है कि वो अनुज से शादी करके रहेगी ..चाहे कुछ भी हो जाए। अनु का फैसला सुनकर  किंजल, मामाजी, समर और बापूजी तालियाँ बजाते हैं। इसी बीच बाबूजी कहते हैं कि उन्होंने कभी अपने ससुर होने का फर्ज पूरा नहीं किया लेकिन वो अब एक बाप होने का फर्ज पूरा जरूर करेंगे। वो शाह हाउस से ही अनुपमा को डोली में विदा करेंगे।

 

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 बा देगी अनुपमा को श्राप

वहीं बाबूपी के फैसले से बा और वनराज उखड़ जाते हैं। बा आग बबूला होकर अनुपमा को बद्दुआ देती है और कहती है..जा अनुपमा जा..तू कर मेरे घर में..मेरी ही आंखों  के सामने शादी। लेकिन तेरी शादी में कोई ना कोई अनहोनी जरूर होगी। बाढ़ आए या भूकंप…तेरी शादी बिना परेशानी के पूरी नहीं होगी। ये एक मां की बद्दुआ है। इससे अनु चिंतित हो जाती है जबकि अन्य उसे शांत होने के लिए कहते हैं। जैसे ही बा अनु को श्राप देती है और चली जाती है, मामाजी आते हैं और उसे यह समझाने के लिए शाप देते हैं कि अनु कैसा महसूस कर रही है। दूसरी ओर, बापूजी ने अनु को आश्वासन दिया कि वे उसे इस घर से विदाई देंगे क्योंकि उसी घर ने 17 साल पहले उसका स्वाभिमान छीन लिया था।