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Ashneer Grover: इंदौर की स्वच्छता पर सवाल उठाकर बुरे फंसे अशनीर ग्रोवर, अब मामले में FIR दर्ज

Ashneer Grover: अपने बयान में अशनीर ग्रोवर ने कहा कि इंदौर ने सर्वे को खरीदा है। उन्होंने कहा कि कभी कभार चल सकता है कि इंदौर स्वच्छता के मामले में पहले नंबर पर रहे, लेकिन ये हर बार नहीं हो सकता है। सर्वे को खरीदा गया है, इसलिए बार-बार ये अवॉर्ड उन्हें मिल रहा है

नई दिल्ली। कभी शार्क टैंक इंडिया जज और BharatPe के सह-संस्थापक रहे अशनीर ग्रोवर की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। अब ग्रोवर के खिलाफ इंदौर में मामला दर्ज कर लिया गया है। बताया जा रहा है कि अशनीर ग्रोवर ने इंदौर की स्वच्छता सर्वे पर सवाल उठाते हुए उसे खरीदा हुआ बता दिया था। अब मामले पर नगर निगम ने कार्रवाई करते हुए बयान की निंदा की है और मामले पर केस भी दर्ज कराया है। तो चलिए जानते हैं कि पूरा मामला क्या है।

 

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इंदौर की स्वच्छता पर उठाए सवाल

दरअसल BharatPe के सह-संस्थापक रहे अशनीर ग्रोवर को हाल ही में इंदौर ब्रिलियंट कन्वेंशन जैन इंटरनेशनल ट्रेड ऑर्गेनाइजेशन में देखा गया, जहां उन्होंने  इंदौर के सबसे स्वच्छ शहर होने पर सवाल उठाए। ये बात तो सभी जानते हैं कि इंदौर हर बार सफाई के मामले में सबसे आगे रहा है, हालांकि अशनीर ग्रोवर को इंदौर के मामले में कुछ और ही लगता है। उन्होंने भरे मंच पर इंदौर की स्वच्छता पर सवाल उठा दिए और सर्वे को ही खरीदा हुआ बता दिया। अशनीर का बयान सामने आने के बाद उनकी कड़ी आलोचना हो रही हैं। इतना ही नहीं  महापौर पुष्यमित्र भार्गव और इंदौर सांसद शंकर लालवानी ने भी बयान की कड़ी निंदा की। उन्होंने कहा कि अशनीर इंदौर के सफाई कर्मियों और जनता दोनों  का अपमान किया है… हम उन पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई करेंगे।

 

 

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क्या कहा था अशनीर ग्रोवर ने

अपने बयान में अशनीर ग्रोवर ने कहा कि इंदौर ने सर्वे को खरीदा है। उन्होंने कहा कि कभी कभार चल सकता है कि इंदौर स्वच्छता के मामले में पहले नंबर पर रहे, लेकिन ये हर बार नहीं हो सकता है। सर्वे को खरीदा गया है, इसलिए बार-बार ये अवॉर्ड उन्हें मिल रहा है। स्वच्छता का पैमाना सिर्फ सड़कों से चिप्स के पैकेट उठाना नहीं है, बल्कि मलबे उठाना भी है। इंदौर में चिप्स के पैकेट पर फोकस किया जाता है, मलबे पर नहीं।इससे अच्छा तो भोपाल है,जहां रैपर उठाना सफाई नहीं होती, बल्कि बाकी चीजों को भी देखा जाता है।