नई दिल्ली। करिश्मा कपूर और करीना कपूर की मां बबीता कपूर को तो हर कोई जानता है। बबीता शिवदासानी-कपूर, जिन्हें बबिता या बबिता कपूर के नाम से भी जाना जाता है। बबीता कपूर खुद भी एक एक भारतीय अभिनेत्री थी, जो हिंदी भाषा की फिल्मों में दिखाई दी हैं। बबीता का जन्म 20 अप्रैल 1947 को मुम्बई में हुआ था। बबीता, कपूर परिवार की बहू हैं। उनको देखकर हर किसी को लगता हैं कि कपूर परिवार की बहू बनने के बाद तो अभिनेत्री ने सुख चैन की जिंदगी जी होगी। अब ऐसे में हम आपको बता दें कि इतने अमिर और बड़े परिवार की बहू बनने के बाद भी बबीता को काफी संघर्षों का सामना करना पड़ा था। तो चलिए जानते हैं उन सब के बारे में-
साल 1971 में हुई शादी
70 दशक की खूबसूरत अभिनेत्री बबीता कपूर का हर कोई दीवाना था। अपनी खूबसूरती और दिलकश अदाओं से बबीता हर किसी के दिल पर राज किया करती थी। बबीता कपूर की दिली तमन्ना थी कि वह अभिनेत्री बने और उसी राह में एक्ट्रेस ने चलना भी शुरु किया। फिल्म ‘दस लाख’ से बॉलीवुड में एंट्री कर बबीता ने अपना एक अलग नाम बना लिया था। साल 1971 में बबीता कपूर, रणधीर कपूर से एक फिल्म के सेट पर मिली जहां से इनके प्यार की शुरुआत हुई। दोनों के प्यार ने एक और सीढ़ी चढ़ी और दोनों साल 1971 में शादी के बंधन में बंधे।
बबीता ने बेटियों के साथ छोड़ा था घर
खबरों की माने तो कपूर खानदान को बबीता और रणधीर का रिश्ता मंजूर नहीं था लेकिन बेटे की जिद्द की वजह से उन्हें दोनों की शादी के लिए हां करना पड़ा। वहीं दोनों की शादी के बाद ही बबीता ने अपना करियर छोड़ दिया, क्योंकि रणधीर का ऐसा कहना था कि कपूर खानदान की बहूएं फिल्मों में काम नहीं करती हैं। वहीं दूसरी तरफ रणधीर का करियर भी बिल्कुल खराब हो चुका था। बबीता और रणधीर की दो बेटियां करिश्मा कपूर और करीना कपूर हैं। बबीता चाहती थी कि उनकी दोनों बेटियां अपनी मां की तरह फिल्मों में अभिनय करें लेकिन रणधीर कपूर को यह बिल्कुल भी मंजूर नहीं था कि उनकी बेटियां इस फिल्ड में काम करें। इसी कारण बबीता अपनी दोनों बेटियों के साथ रणधीर से अलग होकर रहने लगी। हालांकि, दोनों ने एक दूसरे से तालाक नहीं लिया था। 19 साल तक अलग रहने के बाद फिर दोनों साथ में एक साथ रहने लगे और दोनों के बीच चीजें ठीक हो गई।