
नई दिल्ली। अनुभव सिन्हा एक ऐसे डायरेक्टर हैं जिनकी फिल्म रिलीज़ होने पर कंट्रोवर्सी का जन्म लेना तय हो जाता है। कई बार वो बहुत से लोगों को प्रोपगैंडा फिल्ममेकर लगते हैं जो अक्सर ऐसी फिल्म बनाते हैं जो सरकार विरोधी होती हैं। इसके अलावा सरकार विरोधी उनके विचार या फिर कुछ ऐसे लोगों के पक्ष में खड़े रहना जो सरकार विरोधी हैं ऐसी खबरों से अनुभव सिन्हा घिरे रहते हैं। अनुभव सिन्हा के कई बार ऐसे बयान भी आ जाते हैं जब लोग उसे सरकार से जोड़ लेते हैं। इस तरह से लोगों का डायरेक्टर अनुभव सिन्हा का पक्ष अक्सर संदेह से घिरा हुआ ही लगता है। और लोग उन्हें सरकार के विपरीत दूसरे घेरे में ही खड़ा हुआ पाते हैं। ऐसे में अनुभव सिन्हा की रिलीज़ हुई फिल्म भीड़ पर भी ऐसे ही आरोप लग रहे थे वहीं अब अनुभव सिन्हा ने इस पर अपने विचार व्यक्त किए हैं।
आपको बता दें जब एक मीडिया पोर्टल को दिए गए इंटरव्यू में अनुभव सिन्हा से फिल्म के एंटी गवर्नमेंट होने को लेकर सवाल पूछा गया। जिस पर अनुभव सिन्हा ने जवाब देते हुए कहा, “जो लोग इस फिल्म को सरकार विरोधी कह रहे हैं उन्हें बता दूं ऐसा बिल्कुल भी नहीं है।” अनुभव सिन्हा का कहना है कि जो इस फिल्म को बना रहा है वो अपनी बात कह रहा है। अनुभव सिन्हा के मुताबिक़ वो इस दौरान जिस भी इवेंट में शामिल हुए हैं लोगों ने उन्हें देर तक गले लगाया है।
आर्टिकल 15 के डायरेक्टर का कहना है कि वो उनकी भावनाओं को समझते हैं। और जिस तरह से फ़िलहाल उनके साथ लोग पेश आ रहे हैं उस तारीफ को पाकर उन्हें काफी अच्छा लग रहा है। अनुभव सिन्हा साथ ही में ये बताते हैं कि वो लोगों को फिल्मों के माध्यम से लोगों को सच दिखाना चाहते हैं जिससे लोग ये महसूस कर सकें कि एक सच ये भी है।
अनुभव सिन्हा इस फिल्म के माध्यम से उनकी सामाजिक सरोकारों के प्रति संवेदनाओं को दिखाने का प्रयास कर रहे हैं। अनुभव सिन्हा को आए रिव्यू के माध्यम से पसंद किया जा रहा है। ऐसा कहा जा रहा है कि ये फिल्म में एंटरटेनमेंट नहीं है लेकिन इसमें मजदूरों का दर्द, ईमानदारी और सच देखने को मिलता है।