नई दिल्ली। अनुभव सिन्हा की “भीड़” अब कंट्रोवर्सी में घिरती जा रही है। कल रिलीज़ हुए टीज़र ने कंट्रोवर्सी का जामा पहन लिया है। जहां फिल्म के टीज़र को सह-फिल्मकार और अन्य कलाकारों की तरफ से तारीफे मिल रही हैं। वहीं क्रिटिक ने फिल्म को घेरे में ले लिया है। क्रिटिक अनुभव सिन्हा की फिल्म को लेकर हावी होते दिखे हैं। कल ही जब से अनुभव सिन्हा की फिल्म “भीड़” के टीज़र को रिलीज़ किया गया, फिल्म कंट्रोवर्सी में घिर गई। क्रिटिक ने अनुभव सिन्हा की फ़िल्मी स्टाइल पर कमेंट करना शुरू कर दिया। आपको बता दें अनुभव सिन्हा ने भीड़ फिल्म को कोविड और पांडेमिक के मद्देनज़र रखते हुए बनाई है। लेकिन फिल्म में अपनी विचारधारा से जो कुछ उन्होंने जोड़ना चाहा है वो क्रिटिक को अखर गया है। क्या है पूरा मामला चलिए बताते हैं।
#AnubhavSinha is overdoing it, just for the sake of sensanalizing the issues. It’s films like #Bheed that brings unwarranted hate for the Hindi Film Industry.
— Himesh (@HimeshMankad) March 3, 2023
पिंकविला के एंटरटेनमेंट जर्नलिस्ट हिमेश ने ट्वीट करते हुए लिखा, “अनुभव सिन्हा मुद्दों को सनसनीखेज बनाने के लिए अति कर रहे हैं। भीड़ जैसी फिल्म, हिंदी फिल्म जगत के लिए अनुचित नफरत फैलाने का काम करती हैं। इस ट्वीट के बाद हिमेश से बहुत से लोग सहमत दिखाई दिए। वहीं कुछ फिल्मकार जैसे हंसल मेहता, हिमेश पर ही भड़क गए और उन्हीं से सवाल पूछने लगे।
So #Bheed compares Covid Lockdown in India with Partition of India in 1947 .. Absolutely RIDICULOUS.. Wondering why our prominent production house & actors becomes part of #AnubhavSinha personal propaganda which brings hate for the industry. pic.twitter.com/Hs1uXLtVy6
— Sumit Kadel (@SumitkadeI) March 3, 2023
इसके अलावा फिल्म क्रिटिक सुमित कड़ेल ने भी अनुभव सिन्हा की फिल्म भीड़ के टीज़र पर सवाल उठाते हुए लिखा, “भीड़ फिल्म, भारत में कोविड लॉकडाउन की तुलना भारत के विभाजन 1947 से कर रही है। ये बिल्कुल ही बेहूदा है। मैं आश्चर्य में हूं कि आखिर क्यों हमारे प्रोडक्शन हाउस और एक्टर अनुभव सिन्हा के व्यक्तिगत प्रोपगैंडा का हिस्सा बन जाते हैं। जो कि पूरी इंडस्ट्री के लिए नफ़रत फैलाता है। इस इवेंट के कारण पूरी इंडस्ट्री को कैंसिल कल्चर का सामना करता है और लोग फिल्म को बॉयकॉट करते हैं और फिल्म इंडस्ट्री से नफरत करने लगते हैं।”
You have right to show the plight of migrants during lockdown but u cant compare the pandemic with India pak partition which happened on religion line. #AnubhavSinha is putting India in bad light through #Bheed & no nationalist with any political ideology should support this. https://t.co/6ROetRCqvk
— Sumit Kadel (@SumitkadeI) March 3, 2023
इसके बाद हंसल मेहता ने तुरंत उस पर जवाब देते हुए पूछा कि, “क्या आपने फिल्म देख ली है।” जिसका जवाब देते हुए सुमित ने लिखा, “आपको कोविड महामारी को दिखाने का अधिकार है लेकिन आप उसकी तुलना 1947 में हुए बंटवारे से नहीं कर सकते हैं जो कि धार्मिक आधार पर हुआ था। अनुभव सिन्हा अपनी फिल्म के जरिए भारत को बुरी तरह से पेश करना चाहते हैं। और कोई भी राष्ट्रवादी और किसी भी विचारधारा के व्यक्ति को इसे सपोर्ट नहीं करना चाहिए।”
Absolutely sir. I fully support films based on suffering of our migrants labor but you can’t compare the pandemic circumstance with India’s partition. Even developed countries like America & UK lost millions of their citizens in Covid.Intentions of this film #Bheed is deplorable. https://t.co/MHQ8wKxIHo
— Sumit Kadel (@SumitkadeI) March 3, 2023
इसका जवाब देते हुए हंसल मेहता ने कहा कि आप जिस भी राजनीतिक विचारधारा का समर्थन करते हैं उसे सुनिए सर। मैं अभिव्यक्ति की आजादी और भाषण की आजादी की विचारधारा को सपोर्ट करता हूं। और मेरी विचारधारा आलोचना और बहस के लिए खुली हुई है।” इसके बाद सुमित ने फिर से कहा कि वो ऐसी फिल्मों का सपोर्ट करते हैं जो कि पैंडेमिक की महामारी को दिखाए। लेकिन वो उन फिल्मों का सपोर्ट नहीं करते जो इसे भारत के बंटवारे से जोड़कर उसे प्रोपगैंडा फिल्म बना दे। आपको बता दें अनुभव सिन्हा की आने वाली फिल्म भीड़ में पैंडेमिक के दौरान लोगों को हुई परेशानी को दिखाया जाएगा और अभी तक रिलीज़ हुए भीड़ के टीज़र से ऐसा लग रहा है कि वो कोविड पैंडेमिक को भारत के विभाजन से जोड़ा जा रहा है। जिसका विरोध लगातार जारी है।