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Boycott Pathaan: शाहरुख खान की फिल्म पठान के बॉयकॉट के बीच लोगों ने कहा, “जब फिल्म का नाम पठान तो…

Boycott Pathaan: ये वही मेकर्स हैं जो पठान फिल्म की कमाई से अपनी जेब भरना चाहते हैं लेकिन ये मेकर्स दर्शकों की गुस्सा और उनके सवालों का जवाब देने को तैयार नहीं हैं। खुद शाहरुख खान भी मेकर्स के सवालों का जवाब नहीं दे पा रहे हैं। लोगों के कई सवाल हैं यहां पर हम इसी बारे में हम बात करने वाले हैं।

नई दिल्ली। बॉयकॉट, बॉयकॉट, बॉयकॉट। हर तरफ सिर्फ एक ही आवाज़ उठ रही है। कहीं बेशरम रंग गाने को बैन करने की बात चल रही है। वहीं, कहीं पर पठान फिल्म को बहिष्कार (Boycott Pathaan) करने की बात चल रही है। इसके अलावा लोगों ने तो अब शाहरुख खान (Shah Rukh Khan) और दीपिका पादुकोण (Deepika Padukone) को भी बहिष्कार करने की बात कर दी है। पठान फिल्म की रिलीज़ को लेकर और उसके गाने के आने के बाद जनता ने कई सवाल मेकर्स के सामने खड़े कर दिए हैं। लेकिन मेकर्स का घमंड दर्शकों के सवाल का जवाब देने को तैयार नहीं है। ध्यान रहे ये वही मेकर्स हैं जो पठान फिल्म की कमाई से अपनी जेब भरना चाहते हैं लेकिन ये मेकर्स दर्शकों की गुस्सा और उनके सवालों का जवाब देने को तैयार नहीं हैं। खुद शाहरुख खान (Shah Rukh Khan) भी मेकर्स के सवालों का जवाब नहीं दे पा रहे हैं। लोगों के कई सवाल हैं, यहां पर हम इसी बारे में हम बात करने वाले हैं।

शाहरुख खान के बेशरम रंग गाने पर विवाद काफी भीषण रूप से छिड़ा हुआ है। हर तरफ लोग शाहरुख खान और पठान फिल्म के मेकर्स से सवाल पूछ रहे हैं कि आखिर उन्होंने पठान फिल्म के गाने बेशरम रंग में भगवा रंग की बिकनी का ही प्रयोग क्यों किया है ? पठान फिल्म के शीर्षक यानी फिल्म के नाम से लोगों को पहले ही आपत्ति थी। लोगों का कहना था कि शाहरुख खान पहले फिल्म लेकर आते हैं “माय नेम इज़ खान”, उसके बाद “रईस” और फिर फिल्म लेकर आते हैं “पठान” | लोगों का कहना है कि शाहरुख खान हमेशा से एक धर्म के पक्ष में फिल्म लेकर आते हैं और दूसरे धर्म के पक्ष में फिल्म लेकर कभी नहीं आते हैं और इस बार से लोग उन पर पठान के कारण आक्रोशित हैं।

इसके अलावा लोगों का एक अहम सवाल ये भी है कि जब फिल्म का नाम पठान है और हीरो का नाम शाहरुख खान है तो आखिर दीपिका को भगवा रंग की बिकनी क्यों दी गई है ? उन्हें भी किसी और रंग की बिकनी दी जा सकती थी। लोगों का कहना तो यहां तक है कि जब फिल्म का नाम पठान है और हीरो शाहरुख खान है तो दीपिका पादुकोण भी बुर्का पहनकर डांस करना चाहिए था (ये लोगों का कहना है NewsroomPost का इससे कोई कोई संबंध नहीं है)। लोगों को दीपिका के भगवा रंग की बिकनी से आपत्ति है और उन्हें लगता है कि ये पठान फिल्म के मेकर्स की सोची समझी साजिश है जो भगवा को बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं।

लोगों का कहना है,  हमने पूर्व में भी देखा है जब लोग इस बात से आक्रोशित हुए हैं कि बॉलीवुड हमेशा हिन्दू धर्म पर मजाक उड़ाता है लेकिन किसी अन्य धर्म पर कोई भी टिप्पणी नहीं करता है। कोई भी घटना में जब किसी और धर्म या मुख्यतः इस्लाम धर्म के लोग आरोपित होते हैं तब बॉलीवुड चुप रहता है वहीं कुछ तो उनके सपोर्ट में खड़े रहते हैं लेकिन हिन्दू धर्म का जब भी अपमान करना होता है तो बॉलीवुड लाइन में सबसे आगे खड़ा होता है। बॉलीवुड पर भारतीय संस्कृति को बर्बाद करने का भी आरोप लगता है। ताजे मामले की बात करें तो बेशरम रंग गाने में दीपिका पादुकोण ने जिस तरह के कपड़े पहने और जिस तरह का डांस किया है लोगो का कहना है वो अपने परिवार को ले जाकर इस फिल्म को नहीं देख सकते और ये फिल्म पूरी तरह से भारतीय संस्कृति को दूषित कर रही है।

दीपिका की भगवा बिकनी पर लोगों का विरोध जारी है। विरोध का स्वर बुलंद है। लेकिन शाहरुख खान अभी भी इस होश में हैं, कि फिल्म के बॉयकॉट से उन्हें किसी प्रकार का फर्क पड़ने वाला नहीं है और शाहरुख खान बॉयकॉट वालों का मजाक उड़ा रहे हैं। उन्हें लगता है कि जितने प्रशंसक मुंबई में स्थित उनके मन्नत घर के बाहर  घूमते हैं, वो उनकी फिल्म को हिट करा देंगे,  लेकिन शाहरुख खान को शायद इस बात का अंदाजा नहीं है कि दर्शकों ने इससे पहले लाल सिंह चड्ढा जैसी फिल्म को बहिष्कार करके ही सुपर फ्लॉप करा दिया था। सार ये है सब कुछ, दर्शकों पर निर्भर है शाहरुख को दर्शकों की आवाज़ सुनना चाहिए क्योंकि उन्होंने पठान फिल्म बनाई दर्शकों के लिए ही है। ऐसे में अगर आप अपने मालिकों की ही बात नहीं सुनेगे, तो फिर आपकी कमाई पर असर पड़ना वाजिब है।