
नई दिल्ली। बॉलीवुड अभिनेता अक्षय कुमार की नई फिल्म ‘केसरी चैप्टर 2’ को लेकर विवाद शुरू हो गया है। पश्चिम बंगाल की सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस ने फिल्म मेकर्स पर ओरिजिनल फैक्ट्स से छेड़छाड़ करने के गंभीर आरोप लगाए हैं। साथ ही स्वतंत्रता अंदोलन में बंगाल के योगदान को सही तरह से फिल्म में ना दिखाने की भी बात कही है। इसी के चलते फिल्म के 7 प्रोड्यूसर्स के खिलाफ उत्तर 24 परगना जिले में स्थित विधाननगर दक्षिण पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज कराई गई है। इससे पहले पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी बिना नाम लिए फिल्म की आलोचना की थी।
ममता बनर्जी ने पिछले दिनों कहा था कि आजादी की लड़ाई में बंगाल के क्रांतिकारियों ने अहम योगदान दिया था मगर कुछ लोग उनकी भूमिका को कमतर दिखाने की कोशिश कर रहे हैं। तृणमूल कांग्रेस के नेता कुणाल घोष ने इस मामले पर एक प्रेस कांफ्रेंस की। उन्होंने कहा कि फिल्म ‘केसरी चैप्टर 2’ में स्वतंत्रता सेनानियों, खुदीराम बोस और बरिंद्र कुमार घोष की छवि को सही तरीके से पेश नहीं किया गया है। उन्होंने कहा कि फिल्म में खुदीराम बोस को खुदीराम सिंह बताया गया है। वहीं बरिंद्र कुमार घोष को अमृतसर के बीरेंद्र कुमार के तौर पर फिल्म में प्रस्तुत किया गया है।
घोष ने आरोप लगाया कि फिल्म के जरिए बंगाल के स्वतंत्रता सेनानियों का अपमान करने की कोशिश की गई है। यह एक गलती नहीं है बल्कि देश के स्वतंत्रता संग्राम आंदोलन में बंगाल की भूमिका को कमतर करने की साजिश है। उन्होंने इस बात पर भी सवाल उठाया कि फिल्म को सेंसर बोर्ड का सर्टिफिकेट कैसे मिल गया। इतना ही नहीं टीएमसी नेताओं ने केंद्र सरकार से इस मामले में हस्तक्षेप करते हुए जल्द कार्रवाई की मांग की है। फिल्म केसरी चैप्टर 2 जलियांवाला बाग हत्याकांड पर आधारित है। अक्षय कुमार के साथ आर. माधवन इसमें प्रमुख भूमिका में हैं। करण सिंह त्यागी फिल्म के निर्देशक हैं।