
नई दिल्ली। डॉक्यूमेंट्री फिल्म काली के पोस्टर को लेकर छिड़े बवाल से चर्चा में आने वाली लीना मणिमेकलाई विवादों में घिरी हुई हैं। हाल ही में लीना मणिमेकलाई ने एक पोस्टर शेयर किया था जिसमें मां काली सिगरेट पीते हुए नजर आ रही थी। इसके साथ ही मां काली के हाथों में एलजीबीटीक्यू का झंडा भी दिखाई दे रहा था। इस पोस्टर के सामने आने के बाद से ही लीना लोगों के निशाने पर आ गई। लीना की गिरफ्तारी की मांग तो रही ही है साथ ही दिल्ली, यूपी और मुंबई जैसे राज्यों में तो उनके खिलाफ एफआईआर भी दर्ज कराई जा चुकी है। इसके अलावा दिल्ली कोर्ट ने भी फिल्ममेकर के खिलाफ समन (यानी पेश होने के लिए बुलावा ) भेज दिया है।
Kaali movie controversy | A Delhi Court has issued summons to filmmaker Leena Manimekalai and others for Aug 6. Plaintiff is seeking interim injunction to restrain defendants temporarily from depicting goddess Kaali in the way depicted in poster & video and the tweet in question.
— ANI (@ANI) July 11, 2022
काली फिल्म की विवाद के चलते अब दिल्ली की एक अदालत ने फिल्म निर्माता मणिमेकलाई और अन्य को 6 अगस्त के लिए समन जारी कर दिया है यानी की अब उन्हें 6 अगस्त तक दिल्ली के कोर्ट में हाज़िर होना है। एक पक्ष के द्वारा डाली गयी अपील में पोस्टर और वीडियो को रोकने के लिए मांग की गयी है। वादी पक्ष का कहना है कि पोस्टर धार्मिक भावनाओं को आहत करता है और नैतिकता और शालीनता के नैतिक मूल्यों के खिलाफ है। अदालत ने मामले की सुनवाई को 6 अगस्त तक के लिए बढ़ाया है।
लीना ने मां काली पर विवाद के बाद माफी न मांगते हुए लगातार ट्वीट्स भी किए थे। एक ट्वीट में उन्होंने दो ग्रामीण एक्टर्स की फोटो लगाई थी। जिसमें शिव और पार्वती के रूप में कलाकार बीड़ी पी रहे थे। बाद में लीना ने एक ट्वीट में लिखा था कि उनके लिए मां काली ‘क्वीर’ Queer हैं। यानी वो पितृसत्ता के खिलाफ खड़ी होने वाली हैं। ऐसी ट्वीट्स आने के बाद लीना के खिलाफ सोशल मीडिया पर और भी हंगामा मचा था।
सीधे तौर पर उन्होंने फिल्म के पोस्टर को लेकर न ही माफ़ी मांगी और न ही उसे बदलने की बात किया बल्कि खुलकर देश को नीचे गिराने वाली बातें कही हैं। उन्होंने वो बातें कहा जो पश्चिमी देशों से निकलकर अपने देश में पनपती हैं और आपसी द्वेष का कारण बनती हैं।