नई दिल्ली। शाहरुख खान की फिल्म पठान कमाई के मामले में बॉक्स ऑफिस के सारे रिकॉर्ड तोड़ रही है। ऐसे में सोशल मीडिया पर कई ऐसे दावा भी किए जा रहे हैं जो फेक हैं। बीते दिनों सोशल मीडिया पर एक वीडियो सामने आया था जिसमें एक शख्स फिल्म की टिकट बांट रहा था। वीडियो को लेकर दावा किया गया था कि फिल्म की कमाई को बढ़ाने के लिए फ्री में पठान के टिकट बेचे जा रहे हैं। हालांकि वो दावा झूठा निकला। अब सोशल मीडिया और मीडिया में दावा किया जा रहा है कि राष्ट्रपति भवन में पठान की स्पेशल स्क्रीनिंग रखी गई थी। मीडिया संस्थानों ने भी फिल्म को लेकर ये दावा किया है हालांकि ये खबर सही नहीं है।
स्पेशल स्क्रीनिंग का दावा फेक
दरअसल ये दावा पीजे अब्दुल कलाम के राष्ट्रपति रहते उनके प्रेस सेक्रेटरी रहे एसएम खान के ट्वीट के बाद किया जा रहा है। उसके ट्वीट का स्क्रीनशॉट लेकर यूजर्स का कहना है फिल्म कि स्पेशल स्क्रीनिंग राष्ट्रपति भवन में रखी गई है। देखते ही देखते सोशल मीडिया पर खबर आग की तरफ फैल गई और यूजर्स इसे शाहरुख का जलवा बताने लगे। हालांकि ऑप इंडिया ने इस खबर का पोस्टमार्टम करते हुए दावा किया कि खबर फेक है। ऑप इंडिया ने मामले को लेकर भाजपा नेता सुधांशु मित्तल से बात की और उन्होंने बताया कि ऐसा कुछ नहीं हुआ है, ये दावे फेक हैं।
राष्ट्रपति भवन के कल्चरल सेंटर में रखी गई #Pathan फ़िल्म की स्पेशल स्क्रीनिंग,पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम के सेक्रेटरी रहे एसएम खान ने ट्वीट के माध्यम से दी जानकारी, @Sadhvi_prachi,@SureshChavhanke राष्ट्रपति भवन में पठान चल रही है तुम भी देख आओ!https://t.co/LkIjXX14Z5 pic.twitter.com/KXm9HeVXpi
— Zakir Ali Tyagi (@ZakirAliTyagi) January 29, 2023
At special screening of #Pathan at Rashtrapati Bhavan cultural centre. @iamsrk @pooja_dadlani pic.twitter.com/976WYSDovw
— SM Khan (@SmkhanDg) January 28, 2023
क्लब के लिए चलाई गई थी फिल्म
मित्तल ने बताया कि राष्ट्रपति भवन का एक क्लब है जिसमें मौजूदा एवं सेवानिवृत्त कर्मचारी शामिल हैं। इस क्लब के लिए हर शनिवार को एक फिल्म चलाई जाती है और फिल्म का चयन भी वो लोग खुद करते हैं। बीते शनिवार को पठान फिल्म दिखाई गई लेकिन राष्ट्रपति भवन में फिल्म की कोई स्पेशल स्क्रीनिंग नहीं रखी गई। अगर ऐसा होता तो राष्ट्रपति मुर्मू भी शामिल होती। नेता मित्तल ने बताया कि आखिरी बार राष्ट्रपति भवन में द कश्मीर फाइल्स की स्क्रीनिंग रखी गई थी जो कश्मीरी पंडितों पर हुए अत्याचारों पर बनी थी।