Laal Singh Chaddha: Aamir Khan ने किया सैनिकों का अपमान तो भड़के पूर्व मेजर जनरल सिवाच ने लगाई फटकार, रक्षा मंत्रालय से कर दी ये मांग

Laal Singh Chaddha: Aamir Khan ने किया सैनिकों का अपमान तो भड़के पूर्व मेजर जनरल सिवाच ने लगाई फटकार, रक्षा मंत्रालय से कर दी ये मांग इसके अलावा अब मेजर जनरल एके सिवाच ने भी आमिर के कृत्य को आर्मी का अपमान बताया है और इसपर नाराजगी दर्ज की है। मेजर जनरल एके सिवाच ने क्या कुछ कहा है यहां हम यही आपको बताएंगे।

Avatar Written by: August 12, 2022 6:41 pm

नई दिल्ली। आमिर खान की फिल्म लाल सिंह चड्ढा का लगातार विरोध हो रहा है। फिल्म रिलीज़ से पहले इसका विरोध ऑनलाइन हो रहा था। लेकिन फिल्म रिलीज़ के बाद इसका फिल्म सड़कों पर भी होता दिखाई दिया है। आमिर खान ने फिल्म लाल सिंह चड्ढा में एक ऐसे शख्स का किरदार निभाया है जो मानसिक रूप से स्वस्थ नहीं है और स्पेशल चाइल्ड है। ऐसे लड़के को सिर्फ आमिर खान ने दिखाया ही नहीं है बल्कि ऐसे लड़के को सेना में शामिल होता दिखाया है और उसने जो देशविरोधी कृत्य किया है फिल्म में वो भी आमिर खान ने फिल्म लाल सिंह चड्ढा में दिखाया है। इस कारण से आमिर खान की फिल्म का कइयों ने विरोध किया है। इसके अलावा अब मेजर जनरल एके सिवाच ने भी आमिर के कृत्य को आर्मी का अपमान बताया है और इसपर नाराजगी दर्ज की है। मेजर जनरल एके सिवाच ने क्या कुछ कहा है यहां हम यही आपको बताएंगे।

आपको बता दें आमिर पर प्रश्नचिन्ह लगाए जा रहे हैं की आखिर आमिर कैसे दिखा सकते हैं की भारतीय सेना में वो लोग भर्ती किये जाते हैं जिनका मानसिक स्वास्थ्य अच्छा नहीं है। जो सही और गलत निर्णय लेने में असमर्थ हैं। आखिर आमिर ने ऐसे किरदार को फिल्म में कैसे दिखाया है। लगातार ये सवाल पूछे जा रहे थे और इस पर मेजर जनरल एके सिवाच ने कहा है,“उन्हें भारतीय व्यवस्था और अमेरिकन व्यवस्था को समझना चाहिए। दोनों एक दूसरे से बिल्कुल अलग हैं। भारतीय आर्मी में जब जवानों को लिया जाता है तो बहुत ही कठोर नियमों का पालन किया जाता है। उनके मानसिक स्तर को परखा जाता है ,जांच होती है। भारतीय आर्मी में ऐसे लोगों की कोई जरूरत ही नहीं है। क्योंकि जिस आदमी का आईक्यू (बौद्धिक क्षमता) कम होगा वो अपने ही लोगों को मार सकता है।

आगे उन्होंने कहा की हम हमेशा बेस्ट ऑफ़ द बेस्ट अफसर अपनी सेना में शामिल करते हैं। लेकिन अगर आप फिल्म में ऐसे शख्स को दिखाते हो इसका मतलब आपने अपनी फिल्म में किसी भी प्रकार का रिसर्च किया ही नहीं है। आमिर की यह हरकत दिखाती है की वो अपनी ही भारतीय सेना को एक गरीब और असक्षम सेना के रूप में दिखा रहे हैं। उन्होंने कहा की आमिर खान की इस फिल्म को सेंसर बोर्ड से क्लियर ही नहीं होना चाहिए था।

आगे उन्होंने कहा है की इस तरह की हरकत एक गलत संदेश भी देती है और ऐसा लगता है की हम फिल्म में किसी भी हंसाने वाले कलाकार को आर्मी में शामिल कर सकते हैं. उन्होंने कहा की आज भारतीय सेना को लोग सम्मान की दृष्टि से देखते हैं लेकिन अगर इस तरह के किरदार दिखाए जाएंगे तो लोग तो आर्मी पर भी विश्वास करना बंद कर देंगे। आमिर खान की इस हरकत को मेजर जर्नल ने शर्मनाक और अनादरपूर्ण बताया है। उन्होंने कहा की क्रिएटिव फ्रीडम के नाम पर इस तरह का कुछ नहीं कर सकते हैं और जो लोग इस हरकत को प्रोटेक्ट कर रहे हैं उन्हें भी समझना चाहिए की हम बहुत मेहनत और अपनी जान की बाजी लगाकर देश की सेवा करते हैं। ऐसे में ये हरकत जवानो का हौसला गिराती है। आपको फिल्म को गर्व करने के लिए बनाना चाहिए। या फिर इस तरह से प्रस्तुत करना चाहिए। एक शहीद जवान की माता जी मेघना गिरीश ने भी बताया है की यह बिल्कुल भी स्वीकार्य नहीं है। इस तरह से किरदार को प्रस्तुत करना पूरी तरह से अपमानजनक और शर्मनाक है। आमिर ऐसे किरदार को कैसे कर सकते हैं। रक्षा मंत्रालय को इस मामले को ध्यान देना चाहिए।