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Who Is Aniruddhacharya Maharaj In Hindi: बचपन में पढ़ डाले थे कई ग्रंथ, फिर वृंदावन आकर किया संघर्ष, जानिए कौन हैं बिग बॉस जाने को लेकर चर्चाओं में आए अनिरुद्धाचार्य महाराज?

Who Is Aniruddhacharya Maharaj In Hindi: अनिरुद्धाचार्य जी महाराज न केवल भागवत कथाएं सुनाते हैं, बल्कि गौ सेवा और वृद्ध माताओं की देखभाल के लिए भी कार्य करते हैं। उन्होंने एक संस्था की स्थापना की है, जो वृद्ध माताओं को निशुल्क सेवाएं प्रदान करती है। उनके प्रवचन और धार्मिक कार्य समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने का कार्य करते हैं और लोगों को धर्म के मार्ग पर चलने की प्रेरणा देते हैं।

नई दिल्ली। इन दिनों वृंदावन के एक कथावाचक संत काफी चर्चाओं में हैं, उनकी रील, उनके वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल होते रहते हैं। लेकिन आजकल वो बिग बॉस में जाने को लेकर भी चर्चाओं में हैं। बिग बॉस के सेट पर जाकर हाल ही में उन्होंने सलमान खान को भगवद गीता उपहार स्वरूप दी। ऐसे में लोग उनके बारे में और अधिक जानना चाहते हैं। तो आइए जानते हैं कौन हैं सोशल मीडिया पर सबसे वायरल ये महाराज..

कौन हैं अनिरुद्धाचार्य महाराज?

अनिरुद्धाचार्य जी का नाम आज के समय में किसी परिचय का मोहताज नहीं है। उनके प्रवचन और भागवत कथाएं देश-विदेश के लाखों लोगों के बीच बेहद लोकप्रिय हैं। उनकी आध्यात्मिक विचारधारा और धार्मिक शिक्षा हर एक हिंदू परिवार में गूंजती है। स्वामी अनिरुद्धाचार्य जी अपने प्रवचनों के माध्यम से लोगों को धर्म के मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित करते हैं। उनके प्रवचन न केवल टीवी चैनलों पर बल्कि उनके यूट्यूब चैनल के जरिए भी प्रसारित होते हैं, जहां उनके भक्त बड़ी संख्या में उनसे जुड़ते हैं।

कैसा रहा प्रारंभिक जीवन?

अनिरुद्धाचार्य जी महाराज का जन्म मध्य प्रदेश के दमोह जिले के रिवझा गांव में 27 सितंबर 1989 को हुआ था। बचपन से ही उनका झुकाव धार्मिक और आध्यात्मिक गतिविधियों की ओर था। यही कारण है कि उन्होंने कम उम्र में ही हिंदू धर्म के प्रमुख ग्रंथों का अध्ययन कर लिया था। उनके पिता, अवधेशानंद गिरी जी महाराज, भी एक भागवत कथावाचक थे, जिन्होंने अनिरुद्धाचार्य जी को इस क्षेत्र में प्रेरित किया।

आर्थिक स्थिति नहीं थी ज्यादा ठीक..

अनिरुद्धाचार्य जी महाराज की प्रारंभिक शिक्षा उनकी आर्थिक स्थिति के कारण पूरी नहीं हो सकी। लगभग 5-6 कक्षा तक की पढ़ाई करने के बाद वे वृंदावन आ गए, जहां गुरु गिर्राज शास्त्री जी महाराज से उन्होंने आगे की शिक्षा ग्रहण की। गुरु की आज्ञा से उन्होंने सनातन धर्म का प्रचार करने का संकल्प लिया और अपनी यात्रा का प्रारंभ भागवत कथा और प्रवचनों के साथ किया।

धार्मिक कार्य और समाज सेवा में शुरुआत से रही रूचि

अनिरुद्धाचार्य जी महाराज न केवल भागवत कथाएं सुनाते हैं, बल्कि गौ सेवा और वृद्ध माताओं की देखभाल के लिए भी कार्य करते हैं। उन्होंने एक संस्था की स्थापना की है, जो वृद्ध माताओं को निशुल्क सेवाएं प्रदान करती है। उनके प्रवचन और धार्मिक कार्य समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने का कार्य करते हैं और लोगों को धर्म के मार्ग पर चलने की प्रेरणा देते हैं।

करियर और प्रसिद्धि

शुरुआत में अनिरुद्धाचार्य जी महाराज भजन गाया करते थे, लेकिन धीरे-धीरे उन्होंने भागवत कथा वाचन में अपना करियर बनाया। आज उनके प्रवचन देश और विदेश में हजारों लोगों द्वारा सुने जाते हैं। उन्होंने अपने नाम से एक यूट्यूब चैनल भी शुरू किया, जो आज करोड़ों भक्तों का पसंदीदा माध्यम बन चुका है। इस चैनल के माध्यम से वे अपनी कथाओं और प्रवचनों को विश्वभर में प्रसारित करते हैं।

कितनी लेते हैं एक कथा करने की फीस?

अनिरुद्धाचार्य जी की लोकप्रियता इतनी बढ़ चुकी है कि उनकी कथाओं की एडवांस बुकिंग कई महीनों पहले ही हो जाती है। भागवत कथा के लिए वे प्रति दिन 1 से 3 लाख रुपये तक की फीस लेते हैं, और कथा आमतौर पर 7 से 8 दिन चलती है। इस प्रकार, उनकी कुल फीस लगभग 10 लाख रुपये तक होती है।