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HIT: The First Case Movie Review: क्या राजकुमार राव की यह रीमेक फिल्म ओरिजिनल से भी बेहतरीन है, और कैसा है फिल्म में सान्या मल्होत्रा का किरदार

HIT: The First Case Movie Review: क्या राजकुमार राव की यह रीमेक फिल्म ओरिजिनल से भी बेहतरीन है, और कैसा है फिल्म में सान्या मल्होत्रा का किरदार नेहा को ढूंढने का काम अक्षय का होता है लेकिन अक्षय और विक्रम की आपस में बनती नहीं है इसी बीच एक और लड़की गायब हो जाती है जिसका नाम है प्रीती और अब कहानी इन्ही दो गुमशुदा लड़कियों की तलाश में चलती है।

नई दिल्ली। राजकुमार राव और सान्या मल्होत्रा अभिनयकृत फिल्म, हिट: द फर्स्ट केस सिनेमाघरों में रिलीज़ हो गयी है। फिल्म 2020 में तेलुगु भाषा में बनी फिल्म हिट: द फर्स्ट केस का रीमेक है। जिसे डायरेक्टर शैलेश कोलानु ने बनाया है और उन्होंने ही एक बार फिर से प्रक्रिया को दोहराया है और फिल्म का हिंदी भाषा में रूपांतरण किया है। यह एक सस्पेंस थ्रिलर शैली (Genre) की फिल्म है। फिल्म के ओरिजिनल वर्ज़न, यानी तेलुगु भाषा में जब यह बनी तो लोगों का प्यार मिला और लोगों ने इसे एक ठीक-ठाक फिल्म माना। फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर उतना ज्यादा कमाई नहीं की पर क्रिटिक और लोगों ने इसे एक अच्छी फिल्म बताया था। ऐसा नहीं है कि यह एक बेहतरीन फिल्म थी पर वन टाइम वाच यानी एक बार देखी जाने वाली फिल्म जरूर थी। अब डायरेक्टर शैलेश कोलानु ने जब हिंदी भाषा में लाने का प्रयास किया है तो यहां हम जानेंगे कि आखिर उनका प्रयास कैसा है और कैसी है फिल्म, “हिट द : फर्स्ट केस”। फिल्म में राजकुमार राव ने विक्रम का और सान्या मल्होत्रा ने नेहा का किरदार निभाया है।

फिल्म की कहानी क्या है
फिल्म की कहानी जयपुर शहर से शुरू होती है। जहां विक्रम नाम का एक ऑफिसर हिट (होमीसाइड इंटरवेंशन टीम) के लिए काम करता है। विक्रम एक तेज़ तर्रार, गुस्सैल ऑफिसर है। जो अपने लुक से ज्यादा अपने काम पर ध्यान देता है उसे नहीं फर्क पड़ता उसने कौन से कपडे पहने हैं और वो कैसा लग रहा है। इस विक्रम को कुछ चीज़ों से डर भी लगता है जैसे ये कभी कभी डेड बॉडी को देखकर डरता है तो कभी आग को देखकर डर जाता है। विक्रम की एक प्रेमिका यानी गर्लफ्रेंड नेहा भी है जो उसका बहुत ख्याल रखती है। ले दे कर विक्रम यानी राजकुमार राव के पास ज्यादा लोग नहीं हैं और उसकी जिंदगी में खुशियां और दोस्त दोनों की कमी है। लेकिन विक्रम की रातों की नींद तब उड़ जाती है जब उसकी गर्लफ्रेंड नेहा गायब हो जाती है। नेहा को ढूंढने का काम अक्षय का होता है लेकिन अक्षय और विक्रम की आपस में बनती नहीं है इसी बीच एक और लड़की गायब हो जाती है जिसका नाम है प्रीती और अब कहानी इन्ही दो गुमशुदा लड़कियों की तलाश में चलती है।

कैसी है फिल्म (फिल्म रिव्यू)
अगर आपने पहले तेलुगु भाषा में बनी फिल्म देखी है तो यह फिल्म उतनी ख़ास नही है। लेकिन अगर आप पहली बार फिल्म देख रहे हैं तो इस फिल्म की कहानी फास्ट है जो आपका इंट्रेस्ट बनाये रखती है और आपको जोड़े रखती है। कहानी की शुरुआत में जितने ट्वीस्ट एंड टर्न हैं, वो आकर्षक लगते हैं। इसके अलावा फिल्म की एडिटिंग और सिनेमाटोग्राफी का काम ओके-ओके है पर कहानी का अंत यानी सस्पेंस बिल्कुल भी अच्छा नही है। जिन लोगों ने अच्छी सस्पेंस थ्रिलर फिल्म देखीं हैं उनके लिए कहानी का दूसरा भाग फीका है या कह सकते हैं, बेस्वाद है। अगर फिल्म के स्क्रीनप्ले की बात करें और शुरुआत के कुछ ट्वीस्ट और टर्न को छोड़ दें तो बाकी का स्क्रीनप्ले सामान्य से भी सामान्य है। फिल्म के किरदारों का निर्माण और रूपरेखा को बनाने में जल्दबाज़ी दिखती है। अगर बात करें एक्टिंग परफॉर्मेंस कि तो राजकुमार राव कुछ जगह पर अच्छे तो लगते हैं पर कई बार ऐसा लगता है वो विश्वाक सेन (तमिल भाषा में बनी फिल्म के हीरो) की कॉपी करने की कोशिश कर रहे हैं। सान्या मल्होत्रा के किरदार को स्क्रीन प्रेसेंस कम मिला है पर उनका काम अच्छा है। कुल मिलकर अगर आपने तेलुगु भाषा में बनी फिल्म नहीं देखी है या आप इस फिल्म के किसी भी स्टार के फैन हैं, तब तो आप फिल्म को देख सकते हैं वरना फिल्म में देखने के लिए ख़ास कुछ नहीं है जो आकर्षक और चौंकाने वाला हो।