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Jagjit Singh: जगजीत सिंह की बर्थ एनिवर्सरी आज, जब एक दुर्घटना ने गायक की खुशियों का संसार उजाड़ दिया था

Jagjit Singh: इनका जन्म 8 फरवरी 1941 को श्री गंगानगर में हुआ था। इनके माता का नाम बच्चन कौर और पिता का नाम अमर सिंह था। इनका असली नाम जगमोहन सिंह धीमान था। आइए गायक की बर्थ एनिवर्सरी में जानते है उनसे जुड़ी कुछ खास बातें

नई दिल्ली। अपनी मक्खन जैसी आवाज का जादू हर किसी पर बिखेरने वाले जगजीत सिंह की आज बर्थ एनिवर्सरी है। इन्होंने अपनी शानदार गजलों से लोगों के दिल में एक अलग जगह बनाई। हालांकि, शुरुआती समय में इन्होंने कई सारी कठिनाईयों का सामना किया था, इतनी कड़ी मेहनत के बाद जगजीत सिंह को ये उपलब्धि हासिल हुई थी। इनका जन्म 8 फरवरी 1941 को श्री गंगानगर में हुआ था। इनके माता का नाम बच्चन कौर और पिता का नाम अमर सिंह था। इनका असली नाम जगमोहन सिंह धीमान था। आइए गायक की बर्थ एनिवर्सरी में जानते है उनसे जुड़ी कुछ खास बातें-

गायक के पर्सनल लाइफ

गायक के पर्सनल लाइफ की बात करें तो इन्होंने चित्रा सिंह से शादी की थी, चित्रा से यह एक रेडियो रिकॉर्डिंग के दौरान मिले थे वहीं से इनके प्यार की शुरूआत हुई थी। हालांकि, चित्रा की जगजीत सिंह से दूसरी शादी थी इससे पहले उनकी शादी देबू प्रसाद दत्ता से हुई थी। जगजीत सिंह और चित्रा सिंह का एक बेटा था विवेक सिंह, लेकिन एक कार दुर्घटना में विवेक की मौत हो गई उस दौरान विवेक महज 18 साल के थे जिसकी वजह से चित्रा और जगजीत दोनों टूट गए थे। इस घटना के बाद चित्रा की पहली बेटी मोना ने भी खुदखुशी कर ली। इन सब घटनाओं के बाद चित्रा ने तो सिंगिंग को अलविदा कह दिया। हालांकि, जगजीत को भी गायिकी में दुबारा वापस आने में काफी समय लग गया।

जगजीत सिंह का वर्कफ्रंट

वहीं जगजीत सिंह के वर्कफ्रंट की बात करें तो इन्होंने चिट्ठी ना कोई संदेश गाना अपने बेटे के लिए ही बनाया था जब कार दुर्घटना में उसने अपनी जान गवा दी थी। इसके अलावा तुमको देखा तो ये ख्याल आया, तुम जो इतना मुस्कुरा रहे हो, मेरे दिल में तू ही तू है, वो कागज की कस्ती जैसे गजलों से लोगों के दिल में एक अलग जगह बनाई है।