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जानिए कितना घातक है सेरेब्रोवास्कुलर स्ट्रोक, जिससे पीड़ित हैं Mithun Chakraborty, ये हैं इस बीमारी के लक्षण और रोकथाम के उपाय

What is Cerebrovascular Accident: मिथुन (Mithun Chakraborty) को उनके दाहिने ऊपरी और निचले अंगों में कमजोरी की शिकायत के साथ अस्पताल लाया गया था, लेकिन फिलहाल उनका इलाज चल रहा है और वह डॉक्टरों की एक टीम की निगरानी में हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि आखिर सेरेब्रोवास्कुलर एक्सीडेंट (स्ट्रोक) क्या होता है?

नई दिल्ली। वेटरन एक्टर मिथुन चक्रवर्ती (Mithun Chakraborty) को बीते शनिवार की सुबह सीने में तेज दर्द और बेचैनी के बाद कोलकाता के एक प्राइवेट हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया था। एक्टर की सेहत को लेकर हॉस्पिटल ने ऑफिसियल स्टेटमेंट रिलीज किया है, जिसमें कहा गया है कि मिथुन चक्रवर्ती (Mithun Chakraborty) के ब्रेन में इस्केमिक सेरेब्रोवास्कुलर एक्सीडेंट (स्ट्रोक) का पता चला है। बता दें कि मिथुन (Mithun Chakraborty) को उनके दाहिने ऊपरी और निचले अंगों में कमजोरी की शिकायत के साथ अस्पताल लाया गया था, लेकिन फिलहाल उनका इलाज चल रहा है और वह डॉक्टरों की एक टीम की निगरानी में हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि आखिर सेरेब्रोवास्कुलर एक्सीडेंट (स्ट्रोक) क्या होता है? अगर नहीं तो चलिए आज हम आपको बताते हैं सेरेब्रोवास्कुलर एक्सीडेंट, उसके कारण, लक्षण और उसकी रोकथाम के बारे में विस्तार से…

 

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क्या है सेरेब्रोवास्कुलर एक्सीडेंट (स्ट्रोक)

सेरेब्रोवास्कुलर एक्सीडेंट (CVA), जिसे आमतौर पर स्ट्रोक कहा जाता है, वह ब्रेन में ब्लड फ्लो में अचानक रुकावट को जन्म देता है। ब्लड फ्लो की कमी ब्रेन के सेल्स को ऑक्सीजन और पोषक तत्वों से वंचित करती है, जिससे ब्रेन में डैमेज और विभिन्न प्रकार के संभावित लक्षण उत्पन्न होते हैं।

सेरेब्रोवास्कुलर एक्सीडेंट (स्ट्रोक) के प्रकार:

1. इस्केमिक स्ट्रोक (Ischemic Stroke): यह सबसे आम प्रकार है, जो ब्रेन को ब्लड की आपूर्ति करने वाली ब्लड वैसल में ब्लॉकेज के कारण होता है। यह ब्लॉकेज ब्लड क्लॉट, फैटी डिपॉजिट या अन्य कारकों के कारण हो सकती है।

2. रक्तस्रावी स्ट्रोक (Hemorrhagic Stroke): यह स्ट्रोक तब आता है जब ब्रेन में ब्लड वैसल फट जाती है, जिससे ब्रेन के टिशू में ब्लीडिंग होती है।

सेरेब्रोवास्कुलर एक्सीडेंट (स्ट्रोक) के लक्षण:

सेरेब्रोवास्कुलर एक्सीडेंट के लक्षण प्रभावित मस्तिष्क क्षेत्र और गंभीरता के आधार पर अलग-अलग हो सकते हैं। हालांकि, यहां कुछ सामान्य लक्षण बताए गए हैं।

– चेहरे, हाथ या पैर में अचानक सुन्नता या कमजोरी, अक्सर शरीर के एक तरफ
– अचानक भ्रम, बोलने में परेशानी या किसी की बात को समझने में कठिनाई
– एक या दोनों आंखों में अचानक देखने में परेशानी
– चलने में कठिनाई, चक्कर आना, संतुलन या समन्वय खोना
– अज्ञात कारण से अचानक तेज सिरदर्द

सेरेब्रोवास्कुलर एक्सीडेंट (स्ट्रोक) का समय काफी महत्वपूर्ण है:

सेरेब्रोवास्कुलर एक्सीडेंट रोगियों के लिए तत्काल चिकित्सा ध्यान देना महत्वपूर्ण है। उपचार जितनी जल्दी प्राप्त होगा, ब्रेन में डैमेज को कम करने और रिकवरी में सुधार करने की संभावना उतनी ही बेहतर होगी।

सेरेब्रोवास्कुलर एक्सीडेंट (स्ट्रोक) की रोकथाम:

जीवनशैली में परिवर्तन आपके सेरेब्रोवास्कुलर एक्सीडेंट के जोखिम को कम करने में मदद कर सकते हैं, जैसे:

– स्वस्थ आहार और वजन का बैलेंस बनाए रखना
– रेगुलर एक्सरसाइज
– ब्लड प्रेशर को कंट्रोल में रखना

जरुरी बात:

– बता दें कि सेरेब्रोवास्कुलर एक्सीडेंट एक सीरियस मेडिकल इमरजेंसी है। अगर आपको जरा भी शक है कि किसी को सेरेब्रोवास्कुलर एक्सीडेंट (स्ट्रोक) आ रहा है, तो आप तुरंत इमरजेंसी सर्विस को कॉल करें।
– ब्रेन के डैमेज को कम करने और रिकवरी की संभावना को अधिक करने के लिए प्रारंभिक निदान और उपचार महत्वपूर्ण हैं।
– अपने स्वास्थ्य को मैनेज करने और जोखिम कारकों को संबोधित करने के लिए कदम उठाने से सेरेब्रोवास्कुलर एक्सीडेंट को रोकने में मदद मिल सकती है।
– अगर धूम्रपान करते हैं तो उसे तुरंत छोड़ दें।
– शराब के सेवन को सीमित करें।