नई दिल्ली। साल 2021 में प्राइम वीडियो पर आई नुसरत भरुचा की फिल्म ”छोरी” को दर्शकों की सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली थी। फ़िल्म में बेटियों के जन्म को लेकर समाज में फैली रूढ़िवादी मानसिकताओं, विकृत सोच और अन्धविश्वाश को दर्शाया गया था, जहां साक्षी के किरदार में नुसरत भरुचा ने अपनी बेहतरीन अदायगी से दर्शकों का दिल जीत लिया था। नुसरत की एक्टिंग को दर्शकों के साथ-साथ क्रिटिक्स का भी भरपूर प्यार मिला था। अब उसी प्यार को ध्यान में रखते हुए नुसरत एंड टीम इस फिल्म की दूसरी क़िस्त ”छोरी 2” लाने को तैयार हैं। प्राइम वीडियो के हाल ही में हुए ”Are You Ready” कार्यक्रम में ”छोरी 2” का अनावरण भी कर दिया गया है। तो चलिए बताते हैं इस फिल्म की रिलीज से जुड़ी सारी डिटेल्स।
View this post on Instagram
कब रिलीज होगी ”छोरी 2”
छोरी के पॉजिटिव रिस्पॉन्स को देखते हुए फिल्म की प्रोडक्शन टीम ने इसके सीक्वल की भी घोषणा कर दी थी। साल 2022 में इस फिल्म के सीक्वल की शूटिंग भी शुरू हो गई थी। फिल्म की शूटिंग कब की खत्म हो चुकी है। छोरी में जहां आपने नुसरत भरुचा को देखा था वहीं छोरी 2 में आपको दो-दो छोरियां देखने को मिलने वाली हैं।
View this post on Instagram
जी हां, छोरी 2 में नुसरत भरुचा के साथ सोहा अली खान भी नजर आएंगी। फिल्म का फ़िलहाल पोस्ट प्रोडक्शन का काम चल रहा है। इसलिए रिलीज डेट को लेकर कोई ऑफिशियल अनाउंसमेंट नहीं की गई है, लेकिन प्राइम वीडियो ने फिल्म का अनावरण कर दिया है। ऐसे में माना जा रहा है कि ये फिल्म अप्रैल 2024 के अंतिम सप्ताह तक ओटीटी प्लेटफार्म प्राइम वीडियो पर स्ट्रीम कर सकती है।
क्या है कहानी?
छोरी की कहानी साक्षी (नुसरत भरुचा) से शुरू होती है जो 8 महीने की प्रेग्नेंट है। ऐसे में उसका पति हेमंत (सौरभ गोयल) गुंडों से पीछा छुड़ाने के लिए कुछ समय के लिए शहर छोड़कर कहीं और बसने का फैसला लेता है। हेमंत, साक्षी को लेकर अपने ड्राइवर कजला के गांव रहने जाता है जो शहर से कोसों दूर गन्ने के खेतों के बीच स्थित है। इस गांव में महज 4-5 घर हैं। गांव में जैसे-जैसे साक्षी के दिन गुजरते हैं, उसे अजीबोगरीब चीज़ों का एहसास होता है और फिर फिल्म की कहानी एक ऐसे रोमांचक मोड़ पर पहुंच जाती है जिसकी शायद ही किसी ने कल्पना भी की हो।
View this post on Instagram
बता दें कि नुसरत भरुचा की फिल्म छोरी मराठी फिल्म ”लपाचापी” की रीमेक थी लेकिन छोरी 2 एक फ्रेश फिल्म है। ये रीमेक नहीं बल्कि सीक्वल है, जिसमें साक्षी की कहानी को आगे बढ़ाया गया है। जहां साक्षी को अपनी 7 साल की बेटी को अन्धविश्वाश के नाम पर बलि दिए जाने से बचाना है और साथ ही सामाजिक अंधविश्वासों और उस आतंक से लड़ना है जो उसे और उसके आसपास की युवा महिलाओं को परेशान कर रहा है।