नई दिल्ली। बॉलीवुड में हर कोई अपने सिग्नेचर को लेकर फेमस है हर किसी का एक जोन होता है जो उसके काम में झलक जाता है और उसमें ही वो काम करना भी चाहता है। उस बीट में वह धुरंधर हो चुका है अब ऐसा ही कुछ संजय लीला भंसाली के साथ है। वह अक्सर अपनी फिल्मों में तवायफों से जुड़ी फिल्में ही दर्शकों के सामने लाते है, फिर वह चंद्रमुखी हो या फिर गंगूबाई हर फिल्म में तवायफ से जुड़ी कहानी जो कि फैंस के दिल को काफी छू गई है। अब हम आपको बताते है कि संजय लीला भंसाली तवायफों को इतना करीब से कैसे जानते है-
तवायफों के बीच बचपन गुजारा
दरअसल, भंसाली ने अपने एक इंटरव्यू में बताया कि उन्होंने बचपन से ही तवायफों को काफी नजदीक से देखा है। जब संजय छोटे थे तब वह कमाठिपुरा के पास एक चॉल में रहा करते थे। कमाठिपुरा एक बहुत बड़ा रेड लाइट एरिया है। उन्होंने बताया कि उनका बचपन वहीं गुजरा है उन्होंने देखा है कि कैसे 20-30 रुपये में लोग सौदा करते थे, आप समझ रहे है कि एक इंसान की कीमत 30 रुपये कैसे हो सकती है। इन बातों ने मुझे अंदर से तोड़ के रख दिया।
संजय लीला की अपकमिंग फिल्म
संजयलीला ने आगे कहा कि मैंने अपने बचपन में ये सब चीजें देखी तो मुझे ये सब चीजों को देख के काफी खराब लगता था। और कहते है कि अगर कोई चीज किसी बच्चे के मन में घर कर जाए तो वो हमेशा रहती है वहीं मेरे संग भी हुआ था। संजय लीला भंसाली अब अपनी नई फिल्म हीरामंडी को लेकर आ रहे है, यह फिल्म ओटीटी पर रिलीज होगी। इस फिल्म के टीजर को फैंस काफी पसंद कर रहे है।