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Shahid Kapoor: फिल्मों में लड़कियों से बदसलूकी और असल जिंदगी में फैमिली मैन, शाहिद ने बताया कैसे बचपन में झेला शारीरिक शोषण!

Shahid Kapoor: शाहिद ने आगे कहा कि मैं असल जिंदगी बिल्कुल अलग हूं, मैं कबीर सिंह जैसा बिल्कुल भी नहीं हूं। मैं कभी भी किसी भी महिला पर हाथ उठाने के बारे में सोच भी नहीं सकता हूं। मैं बिल्कुल एक फैमिली मैन हूं, क्योंकि मेरा पालन-पोषण मेरी मां ने किया है।

नई दिल्ली। बालीवुड के चॉकलेटी ब्वॉय शाहिद कपूर की झोली में कई फिल्में हैं। एक्टर कृति सेनन के साथ अनटाइटल फिल्म  में नजर आने वाले हैं। इसके अलावा सिद्धार्थ मल्होत्रा के साथ योद्धा में भी दिखने वाले हैं..। हालंकि एक्टर अपनी अपकमिंग फिल्म के लिए नहीं, बल्कि एक खुलासे के लेकर चर्चा में आ गए हैं। एक्टर ने खुलासा किया है कि उन्होंने बचपन में घरेलू हिंसा को करीब से देखा है और उसे झेला भी है। तो चलिए जानते हैं कि एक्टर ने महिलाओं के साथ होती शारीरिक शोषण को लेकर क्या कहा है।

 

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महिलाओं के साथ होती घरेलू हिंसा पर की बात

मिड-डे को दिए एक इंटरव्यू में शाहिद ने खुल कर महिलाओं के साथ होती घरेलू हिंसा और शारीरिक शोषण को लेकर बात की। इसके अलावा एक्टर ने ये भी बताया कि जैसे वो फिल्मों में महिलाओं के प्रति हिंसक दिखते हैं, वो असल जिंदगी में बिल्कुल भी वैसे नहीं है। उन्होंने कहा-बॉलीवुड में उनके कैरेक्टर काफी रहस्यमयी होते हैं, बिल्कुल टैक्सी ड्राइवर या स्कारफेस जैसे। देवदास और पारो का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि फिल्म कबीर सिंह में उन्होंने प्रीति या कियारा पर हाथ उठाया था, जबकि प्रीति उस फिल्म का सबसे मजबूत किरदार था। शारीरिक शोषण पर बात करते हुए एक्टर ने कहा कि मैंने बचपन में खुद शारीरिक शोषण होते हुए देखा है और उसे झेला भी है।

 

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असल जिंदगी में फैमिली मैन हैं शाहिद

शाहिद ने आगे कहा कि मैं असल जिंदगी बिल्कुल अलग हूं, मैं कबीर सिंह जैसा बिल्कुल भी नहीं हूं। मैं कभी भी किसी भी महिला पर हाथ उठाने के बारे में सोच भी नहीं सकता हूं। मैं बिल्कुल एक फैमिली मैन हूं, क्योंकि मेरा पालन-पोषण मेरी मां ने किया है। भले ही सिनेमाई पर्दे पर मुझे अलग-अलग किरदार निभाने पड़ते हैं क्योंकि वो मेरा काम है। लोगों को मेरे किरदारों को नहीं, बल्कि मेरी एक्टिंग को जज करना चाहिए।