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Oscar 2023: नाटू-नाटू गाने को बनाने वाले “एम एम कीरावनी” ने ऑस्कर की जीत पर क्या कहा

Oscar 2023: म्यूजिक कम्पोज़र एम एम कीरवानी और लिरिक्स राइटर चंद्रबोस को 95वें ऑस्कर अवार्ड से नवाज़ा गया है। इस अवार्ड को लेते वक़्त म्यूजिक कम्पोसर और लिरिक्स राइटर दोनों की ही ख़ुशी का कोई ठिकाना नहीं था। इसके अलावा डॉल्बी थिएटर में बैठी जनता भी जोरों से भारत के इन कलाकारों अभिनंदन कर रही थी। 95 वां ऑस्कर अवार्ड अपने नाम करने के बाद एम. एम कीरावनी ने क्या कहा है, यहां हम इसी बारे में आपको बताएंगे। 

नई दिल्ली। आज हर भारतीय के लिए खास दिन है। सबसे बड़ा दिन तो सिने-प्रेमियों के लिए है। 95वें ऑस्कर अवार्ड 2023 में भारत ने अपने नाम एक नहीं बल्कि दो ऑस्कर अवार्ड किए हैं। आरआरआर फिल्म से नाटू-नाटू गाने को बेस्ट ओरिजिनल सॉन्ग की कैटेगरी में 95वां ऑस्कर अवार्ड मिला है। ये हम सब भारतीयों के लिए गर्व की बात है। हमारे देश के कुछ कलाकारों ने कुछ ऐसा रच दिया है जिससे उनकी और हमारे देश की प्रशंसा पूरे विश्व में हो रही है। म्यूजिक कम्पोज़र एम एम कीरवानी और लिरिक्स राइटर चंद्रबोस को 95वें ऑस्कर अवार्ड से नवाजा गया है। इस अवार्ड को लेते वक़्त म्यूजिक कम्पोसर और लिरिक्स राइटर दोनों की ही ख़ुशी का कोई ठिकाना नहीं था। इसके अलावा डॉल्बी थिएटर में बैठी जनता भी जोरों से भारत के इन कलाकारों अभिनंदन कर रही थी। 95 वां ऑस्कर अवार्ड अपने नाम करने के बाद एम. एम कीरावनी ने क्या कहा है, यहां हम इसी बारे में आपको बताएंगे।

आपको बता दें जब एम एम कीरावनी को ऑस्कर अवार्ड दिया तब उन्होंने अपनी विनिंग स्पीच में कहा, “अकादमी को शुक्रिया। मैं कारपेंटर को सुनते हुए बड़ा हुआ हूं। आज मैं यहां ऑस्कर के साथ हूं।” इस बीच उन्होंने एक गीत के कुछ बोल गुनगुनाए जिसका मतलब था “मेरे दिमाग में राजामौली और उसके परिवार के लिए सिर्फ एक ख्वाइश थी। आरआरआर को जीतना है जिससे हर इंडियन को गर्व हो। और मुझे पूरे विश्व में सबसे ऊंचे स्थान पर ले चले। धन्यवाद।”

वैरायटी को दिए गए इंटरव्यू में कीरावनी ने कहा, “वो आज ऐसा महसूस कर रहे हैं कि वो दुनिया के शीर्ष पर हैं। मैं अपने देश और अपनी पूरी टीम पर गर्व महसूस कर रहा हूं।” नाटू-नाटू गाने को लिखने वाले लिरिक्स राइटर ने कहा, “हमारी तेलुगु भाषा में हमारे पास बहुत से शब्द हैं, बहुत सी फीलिंग है और बहुत सी अभिव्यक्ति हैं। हमारी भाषा बहुत महान है, जो कि काव्यात्मक है। मैं अपने भारत देश जाकर अपनी पत्नी और अपने बच्चों को ये अवार्ड दिखाना चाहता हूं।” कीरावनी ने ये भी बताया कि उन्हें बहुत अच्छा लग रहा है जब उनकी संस्कृति को इस तरह से पूरे देश में सराहा जा रहा है।

आपको बता दें आरआरआर की पूरी टीम ने सेरेमनी के दौरान भारत की जितनी प्रशंसा हो सके उतनी की है। उन्होंने हर जगह क्रेडिट भारत को और अपने देश को दिया है। इसके अलावा प्रत्येक जगह पर पूरी टीम ने अपनी संस्कृति, भाषा, साहित्य और जमीन की मिट्टी की तारीफ़ की है।