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Pathaan: “भगवा बिकनी” और “बॉयकॉट ट्रेंड” पर बोले पठान फिल्म के डायरेक्टर सिद्धार्थ आनंद

Pathaan: पठान फिल्म का सॉन्ग बेशरम रंग में दीपिका पादुकोण ने जो बिकनी पहनी उसके कारण विवाद इतना बढ़ गया। काफी समय तक विवाद चर्चा में बना रहा। हालांकि फिर भी पठान फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर काफी अच्छी ओपनिंग की और आज पठान फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर कई रिकॉर्ड अपने नाम किए हैं। वहीं पठान फिल्म को बनाने वाले डायरेक्टर सिद्धार्थ आनंद ने अब भगवा बिकनी वाले विवाद पर अपनी चुप्पी तोड़ी है।

नई दिल्ली। शाहरुख खान की पठान फिल्म को लेकर काफी विवाद हुआ था। जिसके कारण फिल्म का बहिष्कार होना भी शुरू हुआ था। पठान फिल्म के विवाद ने कुछ ही दिन में तूल पकड़ ली थी। पठान फिल्म के बॉयकॉट में सबसे ज्यादा चर्चा में भगवा बिकनी रही। जिसके कारण फिल्म का बहिष्कार और बढ़ गया। पठान फिल्म का सॉन्ग बेशरम रंग में दीपिका पादुकोण ने जो बिकनी पहनी उसके कारण विवाद इतना बढ़ गया। काफी समय तक विवाद चर्चा में बना रहा। हालांकि फिर भी पठान फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर काफी अच्छी ओपनिंग की और आज पठान फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर कई रिकॉर्ड अपने नाम किए हैं। वहीं पठान फिल्म को बनाने वाले डायरेक्टर सिद्धार्थ आनंद ने अब भगवा बिकनी वाले विवाद पर अपनी चुप्पी तोड़ी है।

न्यूज़ 18 के राइसिंग समिट में सिद्धार्थ आनंद ने बताया कि उसका प्रयोग बिना सोचे समझे था। क्योंकि वो एक ऐसी लोकेशन पर शूट हो रहा था ऐसे में ऑरेंज रंग ही वहां पर अच्छा लग रहा था ऐसे में हमने उसे इस्तेमाल कर लिया। इसके पीछे कोई साजिश नहीं थी। सिद्धार्थ ने ये भी बताया कि उन्होंने सोचा था जब दर्शक इसे देखेंगे तो इसके मतलब को समझेंगे। और उन्हें फिल्म के बॉयकॉट को लेकर कोई डर भी नहीं लग रहा था। और उन्हें ये पता था कि फिल्म में ऐसा कुछ भी नहीं है जिस पर उंगली उठाई जा सके।

इस दौरान सिद्धार्थ ने दर्शकों का शुक्रिया अदा किया। जिन्होंने फिल्म को इतना सफल बनाया। सिद्धार्थ का मानना है कि वो हुए विवाद को लेकर किसी को भी दोषी नहीं ठहराएंगे क्योंकि किसी ने भी तब तक फिल्म नहीं देखी थी बल्कि वो तो सभी को धन्यवाद देना चाहेंगे जिनके समर्थन से फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर कई रिकॉर्ड अपने नाम किए।

बॉयकॉट विवाद पर बात करते हुए सिद्धार्थ ने पूरे बॉयकॉट मूवमेंट को गलत ठहराया। उनका मानना था बॉयकॉट ट्रेंड से सिर्फ एक्टर और डायरेक्टर को फर्क नहीं पड़ता बल्कि साथ काम कर रहे उन सभी कलाकारों पर पड़ता है जिनकी रोजी-रोटी उस फिल्म से जुड़ी हुई है। उन्होंने शूटिंग टीम और टेक्निकल डिपार्टमेंट को जोड़कर करीब 300 से भी ज्यादा लोग फिल्म पर काम करते हैं। ऐसे में बिना किसी कारण से फिल्म को बॉयकॉट करना वो सही नहीं मानते हैं।