नई दिल्ली। भारत में लॉकडाउन चल रहा है, हर गली, हर चौराहा सन्नाटे से भरा हुआ है। लोग घरों में बंद हैं और एकटक टीवी पर नजरें गडाए बैठे हैं। उधर टीवी में दूरदर्शन पर प्रभु राम के बनवास जाने की तैयारियां हो रही हैं। इतना भावुक करने वाला दृश्य कि कठोर से कठोर ह्रदय भी पिघलकर पानी सा हो जाए। सीता राजसी वस्त्रों को छोड़ साध्वियों की भांति पीले कपडे शरीर पर धारण करती हैं और लक्ष्मण अपने भ्रात राम के साथ वनगमन के लिए आतुर प्रतीत हो रहे हैं। इतना सम्मोहक, इतना सुंदर, इतना पवित्र दृश्य लोगों के मन को शीतलता प्रदान कर रहा है। इसलिए ही 33 साल पुरानी रामायण आज भी उतनी ही प्रासंगिक दिख रही है। इसमें मानवीय भावनाओं का वेग और कर्तव्यों का बोध दोनों एक साथ दिखाई दे रहे हैं।
इस लॉकडाउन के बीच जब धरती पर कोरोना संकट मंडरा रहा है भारत में भक्ति बयार बह रही है। करोड़ों लोग रामायण को देख रहे हैं। इसके बारे में जानकारी देते हुए बार्क ने बताया कि पिछले एक हफ्ते में रामायण के सिर्फ 4 एपिसोड्स को 170 मिलियन से अधिक दर्शक मिले हैं।
बार्क के मुताबिक पिछले शनिवार को सुबह रामायण के ओपनिंग एपिसोड को 34 मिलियन व्यूअर्स मिले थे जिसकी रेटिंग 3.4 फीसदी है। उसी दिन रात को शो को 45 मिलियन व्यूअर्स के साथ 5.2% रेटिंग मिली उसके बाद वहीं दूसरी तरफ शो लॉन्चिंग के दूसरे दिन यानि रविवार को शो की परफॉर्मेंस और बेहतर दिखाई दी। सुबह 40 मिलियन और रात के एपिसोड को 51 मिलियन दर्शकों ने देखा।
इस बारे में बताते हुए बार्क के चीफ एग्जिक्यूटिव सुनील लुला ने कहा- रामायण को जिस तरह से रेटिंग मिली है वो हमारे लिए काफी आश्चर्यजनक बात है। प्रसार भारती द्वारा रामायण को फिर से प्रसारित करने का फैसला बेहद शानदार साबित हो रहा है। सुनील लुला के अनुसार, रामायण को मिली अपार सफलता के चलते आने वाले दिनों में विज्ञापनों की भरमार देखने को मिल सकती है।