
नई दिल्ली। एस. एस राजामौली ने इतिहास रच दिया है। उनकी फिल्म आरआरआर भारत में काफी सराहे जाने के बाद विदेशों में भी खूब सुर्ख़ियों में है। आरआरआर फिल्म का गाना नाटू-नाटू भी गोल्डन ग्लोब अवार्ड अपने नाम कर चुका है। ऐसा पहली बार हुआ है जब भारत के किसी गाने को गोल्डन ग्लोब अवार्ड मिला हो। इसके अलावा ऐसी कई संभावनाएं हैं कि आरआरआर फिल्म ऑस्कर के लिए नॉमिनेट हो और उसके बाद ऑस्कर की विभिन्न कैटेगरी में से कुछ कैटेगरी में अवार्ड अपने नाम करे। ये तो भविष्य की बात हो गई। लेकिन हाल ही में एस. एस राजामौली का एक वीडियो वायरल हो रहा है। जहां राजामौली ने आरआरआर फिल्म को बॉलीवुड फिल्म नहीं बल्कि साऊथ की फिल्म बताया है। यहां हम इसी बारे में बताने वाले हैं।
#SSRajamouli in Los Angeles: “#RRR is NOT a Bollywood film. It’s a TELUGU FILM from the south of India where I come from.”#RRRforOscars #RRRMovie pic.twitter.com/EiRntxEAWI
— Cinemania (@CinemaniaIndia) January 12, 2023
इन दिनों एस एस राजामौली विदेश में बहुत प्रसिद्ध हैं। लगातार उनकी फिल्म विदेशों में दिखाई जा रही है और राजामौली भी तमाम जगह पर इंटरव्यू कर रहे हैं। जहां वो इंटरव्यू में अपनी फिल्म के जरिए भारतीय संस्कृति और भारतीय ग्रंथों के बारे में बात कर रहे हैं वहीं हाल ही में दिए गए एक इंटरव्यू में राजामौली ने आरआरआर फिल्म को बॉलीवुड फिल्म कहने से इंकार कह दिया है।
राजामौली ने इस इंटरव्यू में सबसे पहले वहां बैठे दर्शकों को आरआरआर फिल्म की कहानी और उसके किरदार के बारे में बताया और उसके बाद उन्होंने बताया कि आरआरआर बॉलीवुड फिल्म नहीं है बल्कि ये तेलुगु फिल्म है, जो साउथ इण्डिया से है, जहां का मैं खुद रहनेवाला हूं। हालांकि मैंने इस फिल्म में गानों का इस्तेमाल किया है लेकिन वो फिल्म को आगे बढ़ाने के लिए हैं और जहां पर उनकी जरूरत है वहां पर हैं। मैंने बॉलीवुड फिल्मों की तरह, गानों का प्रयोग नहीं किया है कि फिल्म रोककर, आपको डांस और संगीत सुनाने की कोशिश करें। मैंने भी गानों का इस्तेमाल किया है लेकिन कहानी को आगे बढ़ाने के लिए कहानी को रोककर डांस और संगीत दिखाने के लिए नहीं।
राजामौली के इस कथन से निकल कर आता है कि शायद दर्शकों की तरह राजामौली ने भी बॉलीवुड को सिर्फ नाच-गाना दिखाने वाला समझ लिया है। राजामौली ने साफ़ शब्दों में बॉलीवुड को टारगेट करते हुए कहा है कि बॉलीवुड मूवी, कहानी को रोककर, नाच और डांस दिखाने की कोशिश करती हैं लेकिन यहां ऐसा नहीं है। बल्कि राजामौली की फिल्म डांस और गाने का प्रयोग कहानी को आगे बढ़ाने के लिए करती है।
वैसे तो राजामौली हमेशा बॉलीवुड और साऊथ की फिल्मों से जुड़े विवाद के बीच पड़ने से इंकार करते हैं लेकिन एक बड़े मंच से उन्होंने आरआरआर को बॉलीवुड फिल्म नहीं बल्कि साऊथ इण्डिया की तेलुगु फिल्म बताया है। यहां पर राजामौली को गलत कहना बेवकूफी होगी क्योंकि उन्होंने जो सच है वो बताया है और आरआरआर को साऊथ इण्डिया की फिल्म बताया है न कि बॉलीवुड की।