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Birthday Special: साहिर लुधियानवी की कलम ने ऐसे जिया प्रेम को, उनके लिखे कुछ खास गाने

Birthday Special: साहिर लुधियानवी के 100वें जन्मदिन पर हम आपको उनके बारे में कुछ अनसुने किस्से बताएंगे। साहिर का रियल नाम अब्दुल हुई था। लेकिन उन्होंने खुद नाम बदल कर साहिर किया। इसके बाद वो इसी नाम से फेमस हो गए।

नई दिल्ली। ‘मैं पल दो पल का शायर हूं…’ गाना लिखने वाले मशहूर गीतकार साहिर लुधियानवी ( Sahir Ludhianvi 100th Birthday) का आज 100वां बर्थडे है। हिंदी सिनेमा और उर्दू शायरी में साहिर का काफी योगदान रहा है। यही वजह है कि आज भी इतने सालों बाद भी उनके गानों को आज भी काफी पसंद किया जाता है। आज ही के दिन लुधियाना में साल 1921 में जन्मे साहिर का निधन मुंबई में 25 अक्टूबर को 1980 में हुआ था। जितने उनके गाने मशहूर हुए उतने ही उनकी लव स्टोरी भी मशहूर हुई है।

Sahir Ludhianvi

साहिर लुधियानवी के जीवन के हर पहलू को जानना और समझना है तो आपको उनके बारे में अच्छी तरह से सुनना होगा। जानना होगा कि साहिर की कलम ने आखिर कभी-कभी मेरे दिल में ख्याल आता है जैसे गाने को क्यों उगला। आखिर साहिर के दिल में ऐसा क्या दर्द था, कितना प्यार उनके मन में भरा था कि ताउम्र वह किसी और के प्यार में गिरफ्त होकर जीते रहे और अंततः जब उन्होंने दुनिया छोड़ी तो भी वह अकेले हीं थे।

साहिर लुधियानवी के गाने

साहिर लुधियानवी की लव स्टोरी

साहिर लुधियानवी के गाने और शायरी जितनी मशहूर थी उतनी ही उनकी लव लाइफ भी मशहूर रही। मशहूर पंजाबी लेखक-साहित्यकार अमृता प्रीतम और साहिर का इश्क उस समय परवान चढ़ा तब लव मैरिज को स्पोर्ट नहीं किया जाता था। दोनों ने साथ ही कॉलेज में पढ़ाई की थी। साहिर को उनकी कविताएं काफी पसंद थी। लेकिन उस समय उनके प्यार को समझने वाला कोई नहीं था।

Sahir Ludhyanavi & Amrita Pritam

साल 1943 में साहिर को इसी वजह से कॉलेज से निकाल दिया गया था क्योंकि वो अमृता से प्रेम करते थे। कहा जाता है कि साहिर मुसलमान थे, इसलिए अमृता के घर वालों को ये रिश्ता पसंद नहीं था। हालांकि बाद में अमृता प्रीतम ने मशहूर पेंटर इमरोज से शादी कर ली। लेकिन साहिर लुधियानवी अमृता को प्यार करते रहे और अंत तक उन्होंने शादी नहीं की। अमृता को साहिर अपनी प्रेरणा मानते थे। हालांकि शादीशुदा अमृता प्रीतम पूरी जिंदगी और अपनी आखरी सांस जो उन्होंने 31 अक्तूबर 2005 को ली तब तक साहिर के प्यार में रहीं।

साहिर लुधियानवी का जन्म

साहिर लुधियानवी के 100वें जन्मदिन पर हम आपको उनके बारे में कुछ अनसुने किस्से बताएंगे। साहिर का रियल नाम अब्दुल हुई था। लेकिन उन्होंने खुद नाम बदल कर साहिर किया। इसके बाद वो इसी नाम से फेमस हो गए। लुधियाना में जन्में साहिर ने अपनी पढ़ाई खालसा हाई स्कूल में की। जिसके बाद आगे की पढ़ाई उन्होंने गवर्नमेंट कालेज में की। साहिर इकलौते ऐसे गीतकार थे जिन्हें उर्दू में महारत हासिल थी।

Sahir Ludhyanavi

साहिर के माता-पिता ने बचपन से ही काफी संघर्ष किया है। उनके माता-पिता का बचपन में ही तलाक हो गया था। जिसकी वजह से उन्हें काफी कुछ सहना पड़ा। इतनी ही नहीं बड़े होने पर उनकी लव लाइफ भी अधूरी रह गई थी।