
नई दिल्ली। प्रसिद्ध लोक गायिका शारदा सिन्हा की तबीयत देर शाम अचानक खराब हो गई, जिसके बाद उन्हें वेंटीलेटर पर रखा गया है। शारदा सिन्हा, जो मैथिली और भोजपुरी संगीत के क्षेत्र में एक प्रमुख स्थान रखती हैं, को पद्म श्री और पद्म भूषण जैसे प्रतिष्ठित सम्मान मिल चुके हैं। उन्होंने अपने गायन से न केवल बिहार बल्कि पूरे देश में लोक संगीत को एक नई पहचान दी है। शारदा सिन्हा बिहार की सांस्कृतिक पहचान के रूप में मानी जाती हैं और उन्हें छठ पूजा जैसे प्रमुख अवसरों पर अपनी प्रस्तुति के लिए विशेष रूप से जाना जाता है। उनकी गायिकी के कारण उन्हें क्षेत्रीय संगीत का सांस्कृतिक राजदूत कहा जाता है। गौरतलब है कि उन्होंने मॉरीशस के प्रधानमंत्री नवीन रामगुलाम के बिहार दौरे के दौरान भी अपनी प्रस्तुति से समां बांध दिया था।
Noted folk singer, Smt. Sharda Sinha is admitted in AIIMS, New Delhi for treatment.
Hon’ble Prime Minister Shri Narendra Modi ji is continuously monitoring her condition and is in direct contact with the treating doctors.
He has conveyed his prayers for her good health and…
— AIIMS, New Delhi (@aiims_newdelhi) November 5, 2024
शैक्षिक बैकग्राउंड और संगीत में करियर
संगीत के प्रति शारदा सिन्हा की लगन ने उन्हें उच्च शिक्षा तक पहुँचने में मदद की। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, उन्होंने बी.एड की डिग्री हासिल करने के बाद ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय से संगीत में पीएचडी की। उनकी यह डिग्री उन्हें संगीत के गहरे अध्ययन और अनुसंधान में आगे बढ़ने का अवसर प्रदान करती है। उन्होंने मगध महिला कॉलेज और प्रयाग संगीत समिति से भी संगीत में प्रशिक्षण लिया, जिससे उनका संगीत कौशल और निखरा।
संगीत और संस्कृति में अपने योगदान के लिए, शारदा सिन्हा को बिहार सरकार से कई पुरस्कार प्राप्त हुए हैं। साल 1991 में उन्हें पद्म श्री से और 2018 में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। उनके ये सम्मान न केवल उनके कला प्रेम का प्रतीक हैं, बल्कि उन्होंने भारतीय लोक संगीत को एक ऊँचाई पर पहुँचाया है। वर्तमान में उनकी तबीयत खराब होने के समाचार से उनके प्रशंसकों में चिंता का माहौल है। उनके शीघ्र स्वास्थ्य लाभ के लिए उनके प्रशंसक और संगीत प्रेमी प्रार्थना कर रहे हैं।