newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

Tanaav OTT Web Series Review: ओटीटी पर रिलीज़ वेब सीरीज “तनाव” कश्मीर के तनाव पर बात करती है, लेकिन बहुत कुछ पीछे छोड़ती भी है

Tanaav OTT Web Series Review: यहां हम तनाव वेब सीरीज का रिव्यू (Tanaav Review In Hindi) करेंगे जिससे कि आप तय कर सकें कि ये सीरीज आपको देखनी चाहिए या नहीं।

नई दिल्ली। यहां हम इस शुक्रवार सोनी लिव (Sony Liv) पर रिलीज़ वेब सीरीज तनाव का रिव्यू (Tanaav Review) करने वाले हैं। जिसके कुल 12 एपिसोड हैं और 6 एपिसोड को सोनी लिव पर रिलीज़ कर दिया गया है। फिल्म में बहुत से बड़े और मंझे हुए कलाकार काम कर रहे हैं। तनाव हिंदी भाषा में बनी एक एक्शन-थ्रिलर सीरीज है, जिसे जाने-माने निर्देशक सुधीर मिश्रा (Sudhir Mishra) ने निर्देशित किया है। इसके अलावा उनके साथ इस सीरीज के निर्देशन में, सचिन कृष्ण का भी नाम जुड़ता है। सीरीज की पटकथा सुधीर मिश्रा ने ईशान त्रिवेदी के साथ मिलकर लिखा है। इस फिल्म में काम करने वाले कलाकार हैं – अरबाज़ खान (Arbaaz Khan), रजत कपूर (Rajat Kapoor), मानव विज (Manav Vij), दानिश हुसैन (Danish Husain), शशांक अरोड़ा (Shashank Arora), सत्यदीप मिश्रा (Satyadeep Mishra), ज़रीना वहाब (Zarina Wahab) और एम के रैना (M K Raina) । तनाव, इजरायली सीरीज फौदा (Fauda) पर आधारित है। यहां हम तनाव वेब सीरीज का रिव्यू (Tanaav Review In Hindi) करेंगे जिससे कि आप तय कर सकें कि ये सीरीज आपको देखनी चाहिए या नहीं।

क्या है कहानी

तनाव वेब सीरीज (Tanaav Web Series) की कहानी उलझी हुई नहीं है, लेकिन आसान भी नहीं है। अगर सरल शब्दों में कहें तो ये कश्मीर पर आधारित कहानी है। जहां स्पेशल टास्क ग्रुप कश्मीर में होने वाली कुछ असामान्य घटना को रोकना चाहती है। कश्मीर के कुछ लोग कश्मीर को आजाद करने की लड़ाई लड़ रहे हैं और न जाने कितने मासूमों की जान ले चुके हैं। कश्मीर के लोगों का जीवन अजीब बेचैनियों में गुजर रहा है। एक तरफ कुछ आतंकी कश्मीर की आजादी की बात करके उन्हें अपनी ओर खींचना चाह रहे हैं और उन्हें अपने मिशन में शामिल कर रहे हैं वहीं दूसरी और भारत की वो स्पेशल टास्क ग्रुप है, जो तनाव की स्थिति न पैदा हो इसलिए अपनी और अपने परिवार की जिंदगी दांव पर लगा रहे हैं।

इस तनाव में इन स्पेशल टास्क ग्रुप पर समय-समय पर पत्थर और गोलियां भी चल रही हैं। पत्थर कश्मीर के लोग चला रहे हैं| जिसमें बच्चे, बूढ़े और बड़े सब हैं| वहीं गोलियां कुछ आतंकी और उनके शागिर्द चला रहे हैं। ऐसे में जो टास्क ग्रुप है, वो असामान्य घटना को रोकने में लगी है| तभी उसे पता चलता है कि कश्मीर का खूंखार आतंकी उमर रियाज़ उर्फ़ पैंथर अभी भी जिन्दा है। ऐसे में अब इस टास्क फ़ोर्स को लगता है कि पैंथर, कश्मीर में, कुछ बड़ी घटना को अंजाम देने वाला है। अब स्पेशल टास्क ग्रुप के सभी सिपाही मिलकर उमर रियाज़ को ढूंढने का प्रयास करते हैं। लेकिन उमर रियाज़ या तो भाग जाता है या फिर उसे बचा लिया जाता है। पैंथर को पकड़ने के लिए किस तरह की मुश्किलों का सामना स्पेशल टास्क ग्रुप को करना पड़ेगा और कब और कैसे उमर रियाज़ स्पेशल टास्क ग्रुप के हाथ लगेगा ? इसी पर सीरीज के 6 एपिसोड आधारित हैं।

कैसी है वेब सीरीज तनाव

इस सीरीज में कुल 12 एपिसोड हैं लेकिन अभी तक सिर्फ 6 एपिसोड को ही रिलीज़ किया गया है। इसीलिए अभी इस सीरीज का पूर्णतः आंकलन करके किसी निष्कर्ष को निकाल पाना, उचित नहीं है। लेकिन अगर 6 एपिसोड की बात करें तो अगर आप कश्मीर पर आधारित मिशन बेस्ड कहानी देखना चाहते हैं, तो आप इसे देख सकते हैं। ये सीरीज अपने पॉइंट्स पर तुरंत आती है और एक के बाद एक एपिसोड आप देखते जाते हैं। 6 एपिसोड रिलीज़ होने के बाद ऐसा भी हो सकता है कि आप आगे के एपिसोड के लिए तड़पें। अगर किसी सीरीज के आगे के एपिसोड देखने के लिए आप में तड़प हो, फिर तो वो सीरीज आपको देखने से रुकना नहीं चाहिए। हालांकि जब आप इस वेब सीरीज को देखने का मन बनाइएगा तो समझिएगा कि ये एक एक्शन-थ्रिलर मिशन बेस्ड सीरीज है, जिसमें  केंद्र में आपको कश्मीर और उसकी सुरक्षा के लिए लड़ती स्पेशल टास्क ग्रुप की कहानी ही देखने को मिलेगी। चलिए कुछ बिंदुओं में सीरीज के बारे में बात करते हैं।

  • ये सीरीज शुरुआत में ही अपने पॉइंट पर आती है और आपको बांध लेती है। कबीर फारूकी के किरदार में मानव विज का काम अच्छा है। इसके अलावा स्पेशल टास्क ग्रुप को हेड कर रहे रजत कपूर ने भी एक बार और अपनी एक्टिंग से दिल जीत लिया है। उमर रियाज़ उर्फ़ पैंथर के किदार में सुमित कौल और जुनैद के किरदार में शशांक अरोड़ा ने भी बेहतरीन काम किया है।
  • इस सीरीज के 6 एपिसोड रिलीज़ हुए हैं और 6 के 6 एपिसोड आप इस चक्कर में देख डालेंगे कि आगे क्या है?  ऐसा करने में में लेखक और निर्देशक सफल हुए हैं।
  • क्योंकि ये एक्शन थ्रिलर सीरीज है लेकिन इसमें एक्शन फ़िलहाल उतना देखने को नहीं मिला है लेकिन कहानी थ्रिल करके रखती है।
  • तीसरे और चौथे एपिसोड में आपको लग सकता है कि आखिर कहानी अंत पर कब पहुंचेगी लेकिन जैसे ही कहानी एक नया मोड़ लेती है, आपकी कहानी के अंत में पहुंचने की जिज्ञासा भी कम हो जाती है।
  • हर एपिसोड के अंत में आपको अगला एपिसोड देखने की तमन्ना रहती है।
  • सीरीज में कश्मीर और कश्मीर के संघर्ष को, पटकथा और निर्देशन के द्वारा उचित ढंग से प्रदर्शित किया है। जिस कारण से  स्पेशल टास्क ग्रुप की मेहनत और कश्मीर की आजादी के लिए आतंकियों की ज़िद का एहसास होता है।
  • हर किरदार को एक अलग तरह से खड़ा किया गया है। बड़ी ही मजबूती से भारतीय फ़ोर्स को दिखाया गया है लेकिन स्पेशल टास्क ग्रुप को ऐसे भी प्रस्तुत किया गया है कि उनके मन में, इन आतंकियों और कश्मीरियों को लेकर काफी नफरत है। जैसे सीरीज में मानव विज के किरदार को काफी गुस्सैल दिखाया गया है जिसके कारण से कई बार मिशन असफल हो जाता है। सीरीज में कश्मीर में मौजूद आतंकी के गलत मंसूबों को भी दर्शकों के सामने रखा नहीं गया है बस आजादी की बात को सापेक्ष रूप से प्रस्तुत किया है। ऐसे में जरूरी था कि उनके मंसूबों को भी दिखाया जाए। जिससे दर्शकों को ये एहसास हो कि आखिर कौन गलत और कौन सही के लिए लड़ रहा है| उम्मीद है निर्देशक ने आगे के एपिसोड में ऐसा जरूर रखा होगा।
  • सीरीज में मनोरंजन तो नहीं है लेकिन थ्रिल का एलिमेंट भरपूर है। लेकिन सीरीज में बार-बार स्पेशल टास्क ग्रुप को असफल होते दिखाया है। जुनैद के किरदार को काफी चालाक, वहीं स्पेशल टास्क ग्रुप के किरदार को बेवकूफ, गुस्सैल इन रूप में प्रस्तुत किया गया है।
  • सीरीज देखकर समझ आता है कि कैसे हमारे आर्मी, इंटेलिजेंस को एक आतंकी को पकड़ने के लिए मेहनत करनी पड़ती है। लेकिन वहीं उस आतंकी की चलाकी भी दिखती है जहां वो कई बार बच निकलता है।
  • पटकथा के साथ सीरीज के संवाद ठीक-ठाक ही हैं। हां अगर आप सीरीज देखेंगे तो आगे क्या हुआ ये प्रश्न आपके दिमाग में चलता रहेगा और जिसके बाद आप एक के बाद एक एपिसोड देख डालेंगे।

तो अगर आप एक एक्शन-थ्रिलर कश्मीर पर आधारित मिशन बेस्ड ड्रामा देखना चाहते हैं तो देख डालिए, लेकिन ध्यान रखिए ये सीरीज अपने विषय से जुड़ी कहानी में, कुछ कहती है, लेकिन बहुत कुछ अधूरा छोड़ देती है। एक सीरीज में पर्याप्त वक़्त होता है कहानी के हर दृष्टिकोण को कहने का, लेकिन ये सीरीज, हर दृष्टिकोण को कहने में पीछे छूटती है, उम्मीद है बचे एपिसोड में सीरीज खरी उतरेगी।

                                         मेरी तरफ से तनाव के अब तक के एपिसोड के लिए मिलते हैं – 3 सितारा।