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The Kashmir Files Controversy: आखिरकार, दबाव के बाद Nadav Lapid ने मांगी माफ़ी, द कश्मीर फ़ाइल फिल्म को बताया था अश्लील

The Kashmir Files Controversy: नदव को एक गलत बयानबाजी के चक्कर में, काफी कुछ भुगतान करना पड़ा। लेकिन अब लैपिड ने माफ़ी मांग ली है। उन्होंने क्या कुछ कहा है, हम यहां आपको बताने वाले हैं।

नई दिल्ली। आखिरकार इतने दबाव के बाद Nadav Lapid ने माफ़ी मांग ली है। आज से कुछ दिन पहले कश्मीर फाइल्स को प्रोपगंडा फिल्म बताने वाले नदव, को देश की जनता के सामने झुकना पड़ा और माफ़ी मांगनी पड़ी है। हालांकि ऐसा उन्होंने काफी वक़्त गुजरने के बाद किया। आपको बता दें इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल गोवा में नदव, प्रमुख जूरी सदस्यों में से एक थे। जब फेस्टिवल समापन पर था, तो नदव ने अपने भाषण में कश्मीर फ़ाइल को एक प्रोपगैंडा फिल्म बताया। जिसके बाद पूरे देश में उनका विरोध हुआ, उनके खिलाफ प्रदर्शन हुए, उनके खिलाफ शिकायतें दर्ज़ हुईं। नदव को एक गलत बयानबाजी के चक्कर में, काफी कुछ भुगतान करना पड़ा। लेकिन अब लैपिड ने माफ़ी मांग ली है। उन्होंने क्या कुछ कहा है, हम यहां आपको बताने वाले हैं।

Nadav Lapid ने अपने बयान में कहा, “मैं किसी का अपमान करना नहीं चाहता हूं। न ही मेरा उद्देश्य किसी भी पीड़ित व्यक्ति या उसके संबंधी को अपमान पहुंचाने का है। लैपिड ने सीएनएन को दिए गए इंटरव्यू में, लोगों (भारतीयों) से पूर्ण रूप से माफ़ी मांगी और कहा – मैं उन लोगों से पूर्ण रूप से माफ़ी मांगता हूं जिन्हें मेरी बात से कष्ट पहुंचा या मेरी वजह से जिनकी भावनाएं आहत हुईं।

नदव ने इफ्फी सेरेमनी में कहा था,“हम सभी जूरी मेंबर कश्मीर फाइल्स से परेशान और हैरान थे। यह हमें एक प्रोपगैंडा, अश्लील फिल्म की तरह लगी। जो इस तरह के समारोह के कलात्मक प्रतिस्पर्धी वर्ग के अनुपयुक्त है।” Israel फिल्मकार के इस बयान के बाद पूरा मीडिया और पूरा देश उनका विरोध करने लगा। नेता से लेकर अभिनेता उनके विरोध में खड़े दिखे। हालांकि नदव के बयान के तुरंत बाद, कुछ कलाकार, नेता और वकील, नदव के सपोर्ट में भी खड़े दिखे, वहीं इफ्फी गोवा के अन्य सभी जूरी मेंबर ने, नदव के इस बयान से खुद को अलग कर लिया और बताया कि ये लैपिड के निजी विचार हैं।

भारत और इजराइल के अच्छे रिश्ते होने के कारण इजराइल के दूत ने तुरंत, नदव के बयान को शर्मनाक बताया और भारतीयों की पीड़ा से संवेदना दिखाने के साथ भारतीयों से माफ़ी भी मांगी। विश्व में कई देशों में करोड़ों लोगों के साथ ऐसी कई प्रताड़नाएं हुई हैं, जिन्हें सोचकर भी रूह कांप उठती है।

सभी देशों ने उन ह्रदय विदारक हमलों पर, कलाओं और फिल्मों के माध्यम से जो कुछ सम्भव हुआ, कहने का प्रयास किया है। ऐसा ही प्रयास विवेक अग्निहोत्री ने कश्मीरी पंडितों के साथ हुए नरसंघार को फिल्म द कश्मीर फाइल्स के रूप में प्रस्तुत करते हुए किया। लेकिन तब भी उनकी फिल्म को ऐसे ही बयानों और विचारों का सामना करना पड़ा था, जो आज नदव के थे। खैर, अच्छी बात यह है, आखिरकार नदव ने भारतीयों की भावनाओं को केंद्र में रखकर, माफ़ी मांग ली है।