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Har Har Mahadev: हिन्दू शूरवीर पर बनी फिल्म “हर हर महादेव” की कहानी जिसने स्वराज के लिए मुगलों से अकेले लड़कर उन्हें परास्त कर दिया

Har Har Mahadev: हिन्दू शूरवीर पर बनी फिल्म “हर हर महादेव” की कहानी जिसने स्वराज के लिए मुगलों से अकेले लड़कर उन्हें परास्त कर दिया जब हिन्दुओं को मारा जा रहा था और उनके मंदिरों को तोड़ा जा रहा था। जब हिन्दुओं पर जुल्म प्रबल पर था तब छत्रपति शिवाजी ने महाराज ने स्वराज का प्रण लिया।

नई दिल्ली। हर हर महादेव (Har Har Mahadev) ये एक ऐसी मराठी फिल्म है जो इस वक़्त हर जगह चर्चा में है। इस दिवाली के मौके पर पैन इण्डिया एक फिल्म को रिलीज़ किया जा रहा है। जिसका नाम है हर हर महादेव। इस फिल्म का टाइटल भगवन शिव को पुकारने वाला जप है। मेकर्स के अनुसार इस फिल्म का ऐसा टाइटल इसलिए रखा गया क्योंकि छत्रपति शिवाजी महाराज जब भी किसी वॉर किसी युद्ध के लिए जाते थे तो वो इसे नारे का उद्घोष करते थे और जीत जाते थे। इस फिल्म में तान्हा जी द वारियर के अभिनेता शरद केलकर भी काम कर रहे हैं जिनमें आप में से सभी जानते होंगे। आजकल इस फिल्म के प्रमोशन जोरों पर हैं और फिल्म के प्रमोशन के लिए शरद केलकर (Sharad Kelkar) ने सवालों के जवाब भी दिए हैं। ऐसे में न्यूज़रुमपोस्ट ने भी शरद केलकर से फिल्म से जुड़े कुछ सवाल जवाब किये हैं।

आपको सबसे पहले बता दें ये फिल्म केंद्रित है हिन्दू शूरवीरों की कहानी पर। आप सब छत्रपति शिवाजी महाराज को जानते होंगे। उन्होंने जो स्वराज को हासिल करने के लिए और भगवा के लिए लड़ाई लड़ी जो बलिदान दिए उसके बारे में शायद आप बहुत कम जानते हों। इसके अलावा छत्रपति शिवाजी महाराज के अलावा उनकी सेना में जो महान वीर सेनानी थे उनके बारे में भी शायद आप बहुत कम ही जानते हो। ऐसे में ये फिल्म ऐसे वीर सेनानी की कहानी कह रही। जो अकेले अपनी छोटी की सेना के साथ मुगलों के 12000 सैनिकों से लड़ा। ये कहानी बाजी प्रभु देशपांडे की कहानी है जिन्होंने तब लड़ते हुए अपने प्राण खो दिए जब महाराष्ट्र में मुगलों का आक्रमण चरम पर था। जब शाईश्ता खां ने हिन्दुओं की मां बहनों के साथ दुष्कर्म किया था। जब हिन्दुओं को धर्म परिवर्तन करने के लिए कहा जा रहा था। जब हिन्दुओं को मारा जा रहा था और उनके मंदिरों को तोड़ा जा रहा था। जब हिन्दुओं पर जुल्म प्रबल पर था तब छत्रपति शिवाजी महाराज ने स्वराज का प्रण लिया।

ऐसे में प्रण में छत्रपति का साथ दिया बाजी प्रभु देश पांडे ने जो अकेले पन्हाला के घेरे में लड़ता रहा। जिसने 12000 सैनिकों के सामने अपनी 300 की छोटी सेना लेकर जमकर मुकाबला किया। जिसने अकेले मुगलों के धड़ को काटकर शरीर से अलग कर दिया। ऐसे वीर बाजी प्रभु देश पांडे की कहानी है हर हर महादेव। इस फिल्म में बाजी प्रभु देश पांडे का किरदार शरद केलकर ने निभाया है।

जब शरद केलकर से पुछा गया कि आखिर उन्हें इस फिल्म को करते वक़्त क्या सीखने को मिला और वो अपनी फिल्म के माध्यम से दर्शकों को क्या छत्रपति शिवाजी महाराज और बाजी प्रभु देश पांडे की कौन सी सीख को बताना चाहते हैं। जिसका जिक्र करते हुए शरद ने बताया की आज भी अधिकांश लोग छत्रपति शिवाजी महाराज को शिवाजी कहकर पुकारते हैं क्योंकि लोग उनके बारे में जानते हैं पर उनके योगदानों के बारे में उतना नहीं जानते हैं। छत्रपति शिवाजी महाराज ने कैसे पूरे हर रंग को भगवे में बदला ये सोच का परिणाम है जो उन्होंने लोगों के अंदर जगाई। एक व्यक्ति का विचार था जो आक्रांताओं से आजादी चाहता था और खुद का स्वराज चाहता था। उसी ने सभी के अंदर ये ज्वाला जगाई। ये कहानी उसकी और उसके सैनिको के बारे में है। शरद ने बताया की इस फिल्म को उन्होंने काफी मेहनत से बनाया। जिसके लिए सभी ने बहुत मेहनत की है। सभी कलाकारों ने अपनी फीस कम करके इस फिल्म में काम किया है। दिन रात एक करके 55 दिन में इस फिल्म को शूट किया है।