Godhra Teaser Out: ‘गोधराकांड’ बनी फिल्म का टीजर हुआ Out, सोशल मीडिया पर लोगों ने ऐसे किए कमेंट

Godhra Teaser Out: एक मिनट 11 सेंकड के इस टीजर में सिर्फ इतना ही दिखाया गया है कि ट्रेन में आग कैसे लगाई गई। इसके अलावा टीजर में गुजरात दंगे 2002 की फाइल को भी दिखाया गया है। हालांकि फिल्म कब सिनेमाघरों में दस्तक देगी। इस टीजर में डेट की घोषणा नहीं की गई है। फिल्म के निर्देशक एमके शिवाक्ष है, जबकि फिल्म को प्रोड्यूस बीजे पुरोहित और रामकुमार पाल ने किया है।

Avatar Written by: May 30, 2023 4:56 pm
Godhra Accident

नई दिल्ली। ‘द कश्मीर फाइल्स’ और ‘द केरला स्टोरी’ के बाद अब एक और सच्ची घटना पर आधारित फिल्म दर्शकों के सामने आने जा रही है। दरअसल अब ‘गोधराकांड’ की फाइल्स खुलने जा रही है। मंगलवार को फिल्म गोधरा: Accident or Conspiracy का टीजर रिलीज कर दिया गया है। इस फिल्म के जरिए बताया जाएगा कि आखिर गोधराकांड एक हादसा था या फिर साजिश रच गई थी। इस राज पर से पर्दा उठेगा। 21 साल बाद यानी 27 फरवरी 2002 के बाद इस फिल्म के जरिए दर्शकों को गोधराकांड की सच्चाई से रूबरू करवाया जाएगा। इस फिल्म का टीजर ट्रेड एनालिस्ट तरण आदर्श ने ट्विटर हैंडल पर साझा किया है।

एक मिनट 11 सेंकड के इस टीजर में सिर्फ इतना ही दिखाया गया है कि ट्रेन में आग कैसे लगाई गई। इसके अलावा टीजर में गुजरात दंगे 2002 की फाइल को भी दिखाया गया है। हालांकि फिल्म कब सिनेमाघरों में दस्तक देगी। इस टीजर में डेट की घोषणा नहीं की गई है। फिल्म के निर्देशक एमके शिवाक्ष है, जबकि फिल्म को प्रोड्यूस बीजे पुरोहित और रामकुमार पाल ने किया है। फिल्म के मेकर्स की तरफ से मूवी के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं दी गई। वहीं मेकर्स का कहना है कि फिल्म को बनाने के लिए 5 साल से अधिक रिसर्च की गई है और कड़ी मेहनत भी की है।

फिल्म गोधरा: Accident or Conspiracy teaser unveils का टीजर सामने आने के बाद अब इस पर बहस शुरू हो गई है। वहीं फिल्म के टीजर के सामने आने के बाद सोशल मीडिया पर लोगों की प्रतिक्रिया सामने आ रही है। कुछ लोग फिल्म के टीजर देखकर पसंद कर रहे है, जबकि कई लोग इस टीजर पर सवाल भी उठा रहे है। आइए एक नजर डालते है सोशल मीडिया रिएक्शन पर- एक यूजर ने लिखा, मेरे लिबरल जल रहे है। दूसरे यूजर ने लिखा, हर रोज एक नया जख्म।

ज्ञात हो कि फरवरी साल 2002 में गोधरा स्टेशन पर ट्रेन की एक बोगी में आग लग गई थी। जिसमें 50 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी। बताया जाता है कि मारने वालों में अधिकांश कार सेवक मौजूद थे जो अयोध्या से आए थे। इस हादसे के बाद गुजरात के अलग-अलग हिस्सों में सांप्रदायिक दंगे भड़क गए थे।