नई दिल्ली। साउथ इंडस्ट्री के मशहूर एक्टर आर फिल्ममेकर प्रताप पोथेन का 70 वर्ष की उम्र में चेन्नई में निधन हो गया है। प्रताप को किलपॉक स्थित उनके ही अपार्टमेंट में मृत पाया गया। अपने 30 साल के लंबे फ़िल्मी करियर में प्रताप ने 100 से भी ज्यादा फिल्मों में काम किया था यही नहीं प्रताप ने कुछ फिल्मों का डायरेक्शन भी किया था। एक्टर और निर्देशक प्रताप को अभी हाल ही में आई फिल्म ‘तुगलक दरबार’ और ‘सीबीआई 5: द ब्रेन’ में देखा गया था। शुरुआती जांच की रिपोर्ट्स के मुताबिक प्रताप की मौत प्राकृतिक है।
सेलेब्रिटीज ने दी श्रद्धांजलि
प्रताप के परिवार में उनकी एक बेटी केया पोथेन है। निधन की खबर मिलने के बाद कई सेलेब्रिटीज ने सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए प्रताप को श्रद्धांजलि दी है। पृथ्वीराज सुकुमारन ने लिखा, ‘रेस्ट इन पीस अंकल। मैं आपको मिस करूंगा।’
Rest in peace uncle! I will miss you. ?#PrathapPothen pic.twitter.com/bJcKNWpWgP
— Prithviraj Sukumaran (@PrithviOfficial) July 15, 2022
पार्वती नायर ने लिखा, ‘आखिर क्यों…प्रताप पोथेन सर? मेरे दोस्त होने के लिए शुक्रिया, एक शुभचिंतक जो मुझे सफल होते हुए देखना चाहते थे। हम आपको हमेशा याद करेंगे। रेस्ट इन पीस।’
Prathap Pothen sir.. Why? ?
Thank you for being my friend, well-wisher who always wanted me to succeed. Will miss you forever. Rest in peace. #PrathapPothen pic.twitter.com/sokABDwydt
— Parvati (@paro_nair) July 15, 2022
शानदार रहा प्रताप का करियर
प्रताप ने साल 1978 में आई मलयालम फिल्म ‘आरवम’ से अपने फ़िल्मी करियर की शुरुआत की थी। इसके बाद प्रताप ने कई मलयाली फिल्मों में काम किया जिसमें ‘ठाकरा’, ‘लॉरी’ और ‘चामरम’ जैसी फिल्में शामिल हैं। मलयाली सिनेमा में अपनी एक्टिंग का जलवा दिखाने के बाद 1980 के दशक में प्रताप ने तमिल सिनेमा का रुख किया और ‘मूडुपानी’, ‘वारुमायिन नीरम सिगप्पु’, ‘पन्नर पुष्पंगल’ जैसी कुछ मशहूर फिल्मों में काम कर लोगों के बीच लोकप्रियता हासिल की। प्रताप 80 के दशक के बीच पूरी तरह से तमिल सिनेमा में सक्रीय रहे।
पहली ही फिल्म को मिला नेशनल अवॉर्ड
प्रताप ने साल 1985 में आई तमिल फिल्म ‘मीदुम ओरु काडल कडई’ से बतौर डायरेक्टर डेब्यू किया। इस फिल्म में मानसिक रूप से कमजोर कपल की कहानी को फिल्माया गया था। इस फिल्म को नेशनल अवार्ड मिला था। प्रताप की कुछ मशहूर फिल्में ‘जीवा’, ‘वेत्री विझा’ और ‘लकी मैन’ थीं। प्रताप ने लगभग 12 फिल्मों का निर्देशन किया था। उन्होंने ‘ऋतुभेदम’, ‘डेजी’ और ‘ओरु यात्रमोजी’ जैसी मलयालम फिल्मों का भी निर्देशन किया था।