newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

Atul Kulkarni On Laal Singh Chaddha: मात्र 15 दिन में लिख दी स्क्रिप्ट, पहले Aamir Khan को खुद पसंद नहीं आयी दूसरी बार में फिल्म के लिए…

Atul Kulkarni On Laal Singh Chaddha: मात्र 15 दिन में लिख दी स्क्रिप्ट, पहले Aamir Khan को खुद पसंद नहीं आयी दूसरी बार में फिल्म के लिए… हाल ही में अतुल कुलकर्णी ने फिल्म के लेखन के विषय में क्या कुछ कहा यहां हम उस पर बात करेंगे इसके अलावा जब आमिर खान के पास अतुल स्क्रिप्ट लेकर गए तब क्या हुआ यहां हम इस बारे में बताएंगे।

नई दिल्ली। लाल सिंह चड्ढा (Laal Singh Chaddha) दर्शकों के निशाने पर है। 11 अगस्त को फिल्म रिलीज़ होने वाली है पर दर्शकों ने काफी दिनों से फिल्म को बॉयकॉट करने का मन बना रखा है। लगातार ट्वीटर पर फिल्म को बॉयकॉट करने का ट्रेंड चल रहा है। एक दिन ये ट्रेंड थमता है और दूसरे दिन फिर से शुरू हो जाता है। लाल सिंह चड्ढा हॉलीवुड फिल्म फारेस्ट गंप (Forest Gump) का रीमेक है। लाल सिंह चड्ढा को अभिनेता अतुल कुलकर्णी (Atul Kulkarni) ने लिखा है। वैसे तो जो अच्छी फिल्में होती हैं उन्हें लिखने में कई वर्ष लग जाते है। एक पटकथा लेखक (Scriptwriter) लगातर एक फिल्म पर सालों तक काम करता है और फिर जाकर एक फिल्म को बना पता है और उसके बाद भी उसमें लगातार सुधार करते जाता है। हाल ही में अतुल कुलकर्णी ने फिल्म के लेखन के विषय में क्या कुछ कहा, यहां हम उस पर बात करेंगे इसके अलावा जब आमिर खान (Aamir Khan) के पास अतुल स्क्रिप्ट लेकर गए तब क्या हुआ यहां हम इस बारे में बताएंगे।

आपको बता दें आमिर और अतुल एक दूसरे के करीबी मित्र हैं दोनों ने पहले भी रंग दे बसंती (Rang De Basanti) फिल्म में एक साथ काम किया है। फिलहाल अतुल कुलकर्णी ने लेखन का काम संभाला और उन्होंने लाल सिंह चड्ढा की पटकथा लिखी है। इस दौरान फिल्म के लगातार प्रमोशन हो रहे हैं। अतुल कुलकर्णी ने फिल्म के प्रमोशन के लिए एक इंटरव्यू दे रहे थे जहां उन्होंने फिल्म से जुड़े हुए कुछ ऐसे राज खोले हैं जिन्हें सुनकर आप चौंक जाएंगे

14 -15 दिन में लिखी स्क्रिप्ट

हिंदुस्तान टाइम्स को दिए गए इंटरव्यू में अतुल ने बताया 2008 में उन्होंने इस फिल्म पर काम करना शुरू कर दिया था और उन्होंने मात्र 14 -15 दिन में पूरी फिल्म लिख दिया था। इसके बाद उन्होंने आमिर खान से स्क्रिप्ट को पढ़ने के लिए कहा, लेकिन आमिर खान उस काम को करने के लिए उत्साहित नहीं थे। दो वर्ष तक तो आमिर खान ने फिल्म की स्क्रिप्ट को पढ़ा भी नहीं था। इस दौरान वो दोनों मिलते थे और आमिर सिर्फ यह कहकर टाल देते थे कि “हां पढ़ते हैं”

पहली बार पढ़ने पर आमिर ने स्क्रिप्ट को नहीं किया पसंद

अतुल आगे बताते हैं दो साल होने के बाद मैंने उनसे पूछा कि कब पढ़ेंगे ? तब उन्होंने कहा मुझे तुमसे कुछ कहना है और तब आमिर ने कहा,तुम एक अभिनेता हो, लेखक नहीं हो और तुमने मुझे बताया की तुमने 15 दिन में फारेस्ट गम्प की स्क्रिप्ट का रूपांतरण (Adaptation) लिख लिया। तुम मेरे गहरे मित्र हो और मैं तुम्हें निराश नहीं करना चाहता, तुमने बहुत खराब लिखा है और इसलिए आमिर स्क्रिप्ट सुनना नहीं चाहते थे।

क्या कारण दोबारा “हां” करने का

कुछ समय बाद आमिर ने स्क्रिप्ट को लेकर रूचि दिखाई और फारेस्ट गम्प फिल्म के राइट्स के लिए मेकर्स से बात करने लगे। यहां पर सवाल यह उठता है की जिस स्क्रिप्ट को मात्र 15 दिन में लिख लिया गया हो और जिसे पहली बार में नकार दिया गया हो। वो एक बेहतरीन स्क्रिप्ट कैसे बनती है ? एक ही स्क्रिप्ट एक बार अच्छी लगती है और एक बार बुरी लगती है। कहीं ऐसा तो नहीं आमिर को पहले ये स्क्रिप्ट बहुत खराब लगी हो फिर उन्हें लगा हो की करने के लिए कुछ और बेहतर फिल्म नहीं है तो चलो इसे ही कर लेते हैं क्योंकि ये एक बड़ी क्लासिक फिल्म (Claasic Film) का अडॉप्टेशन है जिसे दर्शक पसंद करते हैं और इसके जरिए दर्शक फिल्म देखने आ जाएंगे।

खैर ये तो वक़्त बताएगा की फिल्म कितनी अच्छी है और कितनी बुरी। इस दौरान आमिर भी फिल्म को हिट कराने का कोई न कोई पैंतरा (Trick) जरूर खेलेंगे। लेकिन दर्शक क्या निर्णय लेते हैं आने वाले समय में पता चल जाएगा।