नई दिल्ली। टीवी सीरियल ”ये रिश्ता क्या कहलाता है” में दर्शकों को पसंद आ रहा है और टीआरपी की रेस में भी सीरियल दूसरे नंबर पर चल रहा है। शो में अभीरा को अरमान मनाने की कोशिश कर रहा है, जबकि दादीसा अभीरा की राहों में कांटे बोने का काम कर रही हैं लेकिन फिर भी अभीरा ने विद्या को बचाने के लिए अपनी जान जोखिम में डाल दी है। अभीरा ने विद्या को बचा लिया है।
अभीरा ने बचाई विद्या की जान
ये रिश्ता क्या कहलाता है में आज देखेंगे कि विद्या पर झुमर गिरने वाला होता है लेकिन अभीरा समय पर विद्या को धक्का दे देती है और उसकी जान बचा लेती है लेकिन जैसे ही विद्या खुद को संभालती है तो उसका पैर फिसल जाता है और माथे में चोट लग जाती है। अभीरा विद्या को कमरे में ले जाने की कोशिश करती है लेकिन तभी अरमान आ जाता है और अपनी मां की ऐसी हालत देखकर परेशान हो जाता है। अरमान डॉक्टर को लेकर आता है और घबराहट में अपने कपड़ों में गांठ लगाता है। वो अभीरा से कहता है कि जब भी मैं बीमार होता था तो मां अपनी साड़ी के पल्लू में गांठ लगाती थी और फिर ठीक होने पर खोल देती थी। अरमान मां की चिंता में अभीरा के सामने रोता है और अभीरा को विद्या की जान बचाने के लिए थैंक्स कहता है लेकिन अभीरा का कहना है कि वो भले ही मुझे बेटी न माने लेकिन मैंने हमेशा उन्हें मां माना है।
जिसके बाद विद्या को होश आता है और वो अरमान और अभीरा को बताती है कि माधव खतरनाक मिशन पर जा रहा है तो उसे रोक लो। वो अभीरा से वादा लेती है कि वो माधव को मिशन पर जाने नहीं देगी क्योंकि वो रोहित के बाद अब किसी और खोना नहीं चाहती है। अभीरा वादा करती है लेकिन अभीरा को पोद्दार हाउस में देखकर दादीसा भड़क जाती है कि उसने घर की दहलीज कैसे पार कर ली। तभी अरमान दादीसा और संजय को सुनाता है कि अभीरा न होती तो, विद्या की जान नहीं बचती। वो बताता है कि कैसे अभीरा ने अपनी जान पर खेलकर विद्या की जान बचाई है।
विद्या ने दिया अभीरा को दोष
दूसरी तरफ माधव को विद्या से मिलना है लेकिन दादीसा की वजह से वो घर में कदम नहीं रखता। अभीरा माधव को समझाती है कि ये वक्त झगड़ों का नहीं है लेकिन माधव का कहना है कि अगर वो घर के अंदर से विद्या से मिलने गया तो मासा विद्या का इस्तेमाल मुझे घर में लाने के लिए करेगी। इसलिए खिड़की से जाना होगा। अगले दिन अभीरा माधव को घर में बंद कर देती है क्योंकि वो उसे मिशन पर नहीं जाने देती है लेकिन माधव अभीरा को समझाता है कि वो अपने फर्ज से पीछे नहीं हट सकता है और वो वापस जरूर लौटकर आएगा, हालांकि विद्या को बुरा लगता है और अभीरा को दोष देती है कि उसने अपना वादा नहीं निभाया।