गरियाबंद। सुरक्षाबलों को एक बार फिर बड़ी कामयाबी मिली है। जवानों ने छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले में 14 नक्सलियों को मुठभेड़ में मार गिराया है। मरने वालों में नक्सलियों के सेंट्रल कमेटी का सदस्य जयराम उर्फ चलापति भी शामिल है। जयराम उर्फ चलापति पर 1 करोड़ रुपए का इनाम था। गरियाबंद के एसपी निखिल रखेछा के मुताबिक मारे गए नक्सलियों के पास से एसएलआर रायफल समेत तमाम हथियार बरामद किए गए हैं। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने छत्तीसगढ़ में नक्सलियों के बड़ी तादाद में मारे जाने पर कहा है कि एक बार फिर सुरक्षाबलों ने बड़ी कामयाबी हासिल की है और ये नक्सलियों को बड़ा झटका है। अमित शाह ने कहा है कि नक्सलवाद अपनी अंतिम सांसें ले रहा है। उन्होंने भारत को नक्सल समस्या से मुक्त करने की प्रतिज्ञा का भी जिक्र किया है।
#BREAKING: 12 Maoists killed in a major encounter at Gariabad near Chhattisgarh-Odisha border. Among the deceased is key Maoist leader Chalapathi, the Srikakulam-Koraput Division in-charge. A large cache of weapons and explosives has been seized. Death toll likely to increase. pic.twitter.com/y6qgz5YFvL
— Aditya Raj Kaul (@AdityaRajKaul) January 21, 2025
Another mighty blow to Naxalism. Our security forces achieved major success towards building a Naxal-free Bharat. The CRPF, SoG Odisha, and Chhattisgarh Police neutralised 14 Naxalites in a joint operation along the Odisha-Chhattisgarh border. With our resolve for a Naxal-free…
— Amit Shah (@AmitShah) January 21, 2025
हाल के दिनों में छत्तीसगढ़ में सुरक्षाबलों ने कई ऑपरेशन किए हैं। हर बार ऐसे ऑपरेशन में बड़ी तादाद में नक्सलियों को मौत के घाट उतारा गया है। सीआरपीएफ के कोबरा कमांडो और डीआरजी के जवानों ने छत्तीसगढ़ से नक्सलियों का सफाया करने के लिए जी-जान लगा रखा है। जानकारी मिलते ही तत्काल जंगलों में बड़ी तादाद में जवान पहुंचकर नक्सलियों को मार गिराते हैं। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने पहले ही कह रखा है कि साल 2026 तक नक्सल समस्या से देश को मुक्त करा दिया जाएगा। 2014 के बाद से भारत में नक्सल प्रभावित इलाकों में भी कमी हुई है। अब सिर्फ 84 थाना इलाकों में ही नक्सली थोड़े-बहुत सक्रिय हैं।
नक्सली समस्या से बिहार, झारखंड, ओडिशा, महाराष्ट्र और आंध्र प्रदेश को भी काफी हद तक मुक्ति मिल गई है। 2023 में बिहार के एक इलाके से सुरक्षाबलों ने पूरी तरह नक्सलियों का सफाया कर दिया था। एक दौर में नक्सली समस्या बहुत विकराल हो गई थी। यहां तक कि इनके हौसले इतने बुलंद हो गए थे कि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के तमाम बड़े नेताओं को नक्सलियों ने मार दिया था। इनमें विद्याचरण शुक्ल भी शामिल थे।