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Umesh Pal Murder Case: उमेश पाल हत्याकांड में अब अतीक के भाई अशरफ के 3 साले भी पुलिस रडार पर, साजिश में शामिल होने के मिले सबूत

पुलिस के मुताबिक अशरफ के साले पूरामुफ्ती इलाके के हटवा में रहते हैं। परिवार में अशरफ की बीवी, उसकी 3 बहनें और 7 भाई हैं। अशरफ के दो साले फैजी और कमर सऊदी अरब में रहते हैं। पूरामुफ्ती में जैद, सद्दाम, गद्दाफी और फैसल हैं। अभी घर पर सिर्फ फैसल ही रह रहा है। बाकी अशरफ के तीनों साले अभी फरार बताए जा रहे हैं।

प्रयागराज। उमेश पाल हत्याकांड में अब माफिया अतीक के भाई अशरफ के 3 साले भी पुलिस के रडार पर आ गए हैं। इन तीनों को भी आरोपी बनाया जा रहा है। जांच में पता चला है कि अशरफ के साले सद्दाम, जैद और गद्दाफी भी उमेश पाल की हत्या की साजिश रचने वालों में शामिल थे। फिलहाल तीनों ही फरार हैं। पुलिस पहले ही उमेश पाल हत्याकांड में अशरफ की बीवी जैनब फातिमा उर्फ रूबी की तलाश कर रही है। पुलिस को जांच में पता चला है कि अशरफ के साले सद्दाम, जैद और गद्दाफी की सक्रियता उमेश पाल की हत्या से कुछ दिन पहले अचानक प्रयागराज के धूमनगंज इलाके में बढ़ गई थी। इसके अलावा भी साजिश में शामिल होने के बारे में और भी सबूत मिले हैं।

ateeq and ashraf killed 2
हत्या से ठीक पहले अतीक अहमद और अशरफ।

पुलिस के मुताबिक अशरफ के साले पूरामुफ्ती इलाके के हटवा में रहते हैं। परिवार में अशरफ की बीवी, उसकी 3 बहनें और 7 भाई हैं। अशरफ के दो साले फैजी और कमर सऊदी अरब में रहते हैं। पूरामुफ्ती में जैद, सद्दाम, गद्दाफी और फैसल हैं। अभी घर पर सिर्फ फैसल ही रह रहा है। साल 2020 में अशरफ को भी उसकी ससुराल से ही गिरफ्तार किया गया था। तब अशरफ पर 1 लाख का इनाम घोषित हुआ था। पुलिस के मुताबिक अशरफ के साले सद्दाम पर बरेली में 2 केस हैं। उस पर 50000 का इनाम है। बरेली के बिथरी चैनपुर थाने में दर्ज केस में आरोप है कि सद्दाम समेत अन्य लोग जेल में रहते वक्त अशरफ से अवैध तरीके से लोगों की मुलाकात कराते थे। इसी दौरान तमाम जुर्म की साजिशें भी रची जाती थीं।

umesh pal murder accused usman chaudhry
उमेश पाल की हत्या का सीसीटीवी फुटेज से मिला फोटो।

वहीं, अशरफ का साला जैद भी प्रशासन की नजर में पहले भी रहा है। वो सल्लाहपुर के एमआर शेरवानी इंटर कॉलेज में टीचर है। साल 2020 में जैद के हटवा वाले घर पर प्रयागराज विकास प्राधिकरण ने बुलडोजर चलवाया था। जैद के इस मकान की कीमत तब करीब 2 करोड़ रुपए आंकी गई थी। बिना नक्शा पास कराए जैद ने मकान बनवाया था। जिसकी वजह से ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की गई थी।