गढ़चिरौली। पिछले दिनों छत्तीसगढ़ में नक्सलियों ने बारूदी सुरंग (आईईडी) लगाकर डीआरजी के 10 जवानों को शहीद कर दिया था। इसके बाद नक्सलियों के खिलाफ बड़े पैमाने पर अभियान छेड़ा गया है। ये अभियान छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र और अन्य राज्यों में चल रहा है। अभियान के तहत महाराष्ट्र के गढ़चिरौली में सुरक्षाबलों को बड़ी कामयाबी हासिल हुई है। यहां रविवार को हुई मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने 3 नक्सलियों को मार गिराया। इन नक्सलियों पर कुल 38 लाख का इनाम था। गढ़चिरौली के डीआईजी संदीप पाटिल के मुताबिक अहेरी तहसील के मन्ने राजाराम में ये मुठभेड़ हुई। रविवार शाम करीब 6 बजे हुई मुठभेड़ के बाद तीनों इनामी नक्सलियों के शव बरामद किए गए हैं।
डीआईजी पाटिल ने बताया कि पुलिस को सूचना मिली थी कि मन्ने राजाराम और पेरिमिली चौकी के बीच केदमारा जंगल में नक्सली छिपे हैं। ये नक्सली पेरिमिली दलम और अहेरी दलम गुट के थे। सूचना मिलने के बाद पुलिस और सुरक्षाबलों के जवानों ने इलाके को चारों तरफ से घेर लिया। प्रानहिता से सी-60 जवानों के दो दल भी वहां पहुंचाए गए। इसके बाद नक्सलियों को चुनौती दी गई। उनकी तरफ से फायरिंग हुई। जिसके बाद सुरक्षाबलों ने भी पलटवार किया। गोलीबारी थमने के बाद सर्च ऑपरेशन में पेरिमिली दलम के कमांडर बिटलू माडवी, इसी गुट के वासु और अहेली दलम गुट के श्रीकांत की लाशें बरामद की गईं। बिटलू माडवी ने इसी साल 9 मार्च को साईंनाथ नरोटे नाम के छात्र की पुलिस मुखबिर बताकर हत्या की थी।
पुलिस के मुताबिक बिटलू माडवी ने विसमुंडी और अलेंगा में सड़क बनाने के दौरान उपकरणों में आग भी लगा दी थी। इन दोनों घटनाओं के अलावा और भी मामलों में उसकी तलाश थी। वहीं, वासु और श्रीकांत भी कई नक्सली वारदात में शामिल थे। मौके से फरार हुए अन्य नक्सलियों की तलाश भी जवान फिलहाल कर रहे हैं। बिटलू, वासु और श्रीकांत की मौत से नक्सली गुटों को तगड़ा झटका लगने का दावा पुलिस ने किया है।