newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

Uttar Pradesh: 60 हजार निगरानी समितियां ग्रामीण इलाकों में कोरोना को रोकने में बनीं ढाल

Uttar Pradesh: कोरोना की चेन तोड़ने में लगी निगरानी समितियों के सदस्यों की ओर से परिवार के एक-एक सदस्य की जांच की जा रही है। बीमारी के लक्षण वाले लोगों को तत्काल इलाज दिलाया जा रहा है। मेडिकल किट से लेकर होमआईसोलेशन में रहने की गाईडलाइनों से परिचित कराया जा रहा है।

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के ग्रामीण इलाकों में 60 हजार निगरानी समितियां दिन-रात मेहनत कर कोरोना को रोकने में ढाल बनी हैं। सरकार द्वारा मिली जानकारी के अनुसार समितियों के 4 लाख सदस्य प्रतिदिन एक-एक व्यक्ति के घर तक पहुंच रहे हैं। कोरोना की चेन तोड़ने में लगी निगरानी समितियों के सदस्यों ने पिछले तीन 9 से 12 मई दिनों में जनपदों में 31937797 मकानों का भ्रमण किया है। जिनमें लक्षित मकानों की संख्या 33069010 पाई गई है। निगरानी समितियों ने कुल 374685 रोगियों तक मेडकिल किट पहुंचाने का काम किया है। जनपदों में ब्लाक तक क्रियाशील सचल कोविड टेस्ट टीमों ने 6081 पाजिटिव केसों की पुष्टि की है। टीमों ने कुल 257845 लोगों की कोविड जांच कराई गई। क्रीयाशील सचल कोविड टेस्ट टीम दिवसों की कुल संख्या 12976 रही।

CM Yogi Adityanath

कोरोना की चेन तोड़ने में लगी निगरानी समितियों के सदस्यों की ओर से परिवार के एक-एक सदस्य की जांच की जा रही है। बीमारी के लक्षण वाले लोगों को तत्काल इलाज दिलाया जा रहा है। मेडिकल किट से लेकर होमआईसोलेशन में रहने की गाईडलाइनों से परिचित कराया जा रहा है। जो घरों में आईसोलेट नहीं रह सकते हैं उनको गांव के ही विद्यालयों, सामुदायिक केन्द्रों व स्वास्थ्य केन्द्रों पर इलाज की मुफ्त सुविधाएं दी जा रही हैं। गौरतलब है कि इतनी तेज रफ्तार से बीमारी की रोकथाम करने में जुटी योगी सरकार के शानदार कोविड प्रबंधन को दुनिया भर में प्रशंसा मिली है। सरकार के ग्रामीण इलाकों में कोरोना के माइक्रो मैनेजमेंट का डब्ल्यूएचओ भी कायल हो चुका है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी अपनी वेबसाइट पर यूपी सरकार के कोविड प्रबंधन की खुल कर तारीफ की है।

yogi adityanath

निगरानी समिति में लेखपाल, रोजगार सेवक, एनजीओ, एसएचजी, कोटेदार से लेकर सफाई कर्मचारी तक अहम भूमिका अदा कर रहे हैं। निगरानी समितियां होम आइसोलेट मरीजों का हालचाल ले रही हैं। रोजाना टेलीकन्सल्टेशन के माध्यम से डॉक्टर इनकी स्वास्थ्य की जानकारी हासिल कर रहे हैं। सरकार के निर्देश पर दिक्कत होने पर गंभीर रोगियों को हायर मेडिकल फैसिलिटी भी उपलब्ध कराई जा रही है। कोरोना पर लगाम लगाने के लिये निगरानी समितियां बढ़ा हथियार बन कर सामने आई है। प्रदेश के ग्रामीण इलाकों में 60589 निगरानी समितयों के चार लाख से अधिक कोरोना के आगे दीवार बन कर खड़े हो गए हैं। ग्रामीण इलाकों में कोविड समेत अन्य संक्रामक बीमारियों की रोकथाम के लिए योगी सरकार ने बड़े स्तर पर स्वच्छता अभियान चला रखा है।