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Himachal Flood: बारिश के कहर से हिमाचल प्रदेश में हाहाकार, ताजा घटनाओं में 71 लोगों ने गंवाई जान, सीएम सुक्खू बोले- पहाड़ जैसी चुनौती आ गई

हिमाचल के मनाली, सोलन, रोहड़ू, ऊना, हमीरपुर, केलोंग और घमरूर में बारिश ने 9 जुलाई को सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए थे। मौसम विभाग के अनुसार हिमाचल प्रदेश के तमाम हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश दर्ज की गई है। इस साल बारिश और इससे हुए हादसों के कारण हिमाचल में अब तक कुल 327 लोगों की जान गई है।

शिमला। हिमाचल प्रदेश पर कुदरत का कहर लगातार बरप रहा है। पहले बारिश की वजह से हिमाचल में तबाही मची थी। इस बार फिर बारिश ने हिमाचल में हाहाकार मचा दिया है। इस बार बारिश की वजह से 71 लोगों की जान चली गई है। शिमला और मंडी समेत तमाम जगह भूस्खलन से काफी नुकसान हुआ है। मकान और दुकान, सड़कें वगैरा नष्ट हो गई हैं। भारतीय वायुसेना ने हेलीकॉप्टरों के जरिए 780 लोगों को अब तक हिमाचल में खतरनाक बन चुके इलाकों से निकाला है। हिमाचल के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू का कहना है कि बारिश और भूस्खलन से 10000 करोड़ का नुकसान हुआ है। इस नुकसान को ठीक करने के काम को उन्होंने पहाड़ समान बताया है।

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इस बीच, मौसम विभाग ने बताया है कि हिमाचल में अभी बारिश का दौर जारी रहेगा। राज्य में बीते 54 दिन में 742 मिलीमीटर बारिश हो चुकी है। ये जून और सितंबर के बीच होने वाली औसत बारिश यानी 730 मिलीमीटर से ज्यादा है। हिमाचल के मनाली, सोलन, रोहड़ू, ऊना, हमीरपुर, केलोंग और घमरूर में बारिश ने 9 जुलाई को सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए थे। मौसम विभाग के अनुसार हिमाचल प्रदेश के तमाम हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश दर्ज की गई है। इस साल बारिश और इससे हुए हादसों के कारण हिमाचल में 327 लोगों की जान गई है। हिमाचल प्रदेश में बीते काफी सालों से बारिश से ऐसा हाहाकार मचने की खबरें कभी नहीं आई थीं।

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हिमाचल प्रदेश में बारिश से मचे कहर को देखते हुए सीएम सुखविंदर सुक्खू काफी चिंतित हैं।

बारिश का मौसम अभी बाकी है। आम तौर पर सितंबर के दूसरे हफ्ते तक मॉनसून भारत में सक्रिय रहता है। अगर हिमाचल प्रदेश में इस दौरान और बारिश हुई, तो हालात काफी बिगड़ सकते हैं। हिमाचल प्रदेश के सीएम सुखविंदर सुक्खू ने केंद्र सरकार से राज्य को विशेष पैकेज देने की मांग की है। उनका कहना है कि इसके बगैर नुकसान की भरपाई करना राज्य सरकार के लिए बड़ी मुश्किल बनेगा।