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Republic Day LIVE: राजपथ पर आज देश की आन-बान और शान की प्रस्तुति, PM मोदी ने दी शहीद जवानों को श्रद्धांजलि

आज 73वां गणतंत्र दिवस है। इस मौके पर देश की आन-बान और शान को पूरा देश देख रहा है। राजपथ पर सेना की टुकडियां और झांकियां देश की तरक्की दिखा रही हैं। इस मौके पर देश के अन्य हिस्सों में भी सलामी दी जा रही है। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद राजपथ पर सैन्य टुकड़ियोंं की सलामी लेने वाले विशिष्ट अतिथि हैं।

नई दिल्ली। आज गणतंत्र दिवस है। देश इस बार 73वां गणतंत्र दिवस मना रहा है। इस मौके पर दिल्ली के राजपथ पर देश की आन-बान और शान को पूरे विश्व को दिखाया गया।

-एक-एक कर राज्यों और विभागों की 25 झांकियां राजपथ से निकलीं।

-एनसीसी के महिला दस्ते के बाद एनएसएस के दस्ते का राजपथ पर मार्च।

-बीएसएफ के ऊंट दस्ते ने भी राष्ट्रपति को सलामी दी।

-केंद्रीय बलों के बाद एनसीसी और एनएसएस के दस्तों का भी राजपथ पर प्रदर्शन।

-सीआरपीएफ, सीआईएसएफ और बीएसएफ के दस्तों ने राष्ट्रीय ध्वज को सलामी दी।

-केंद्रीय बलों के जवानों ने शानदार मार्चपास्ट किया।

-दिल्ली पुलिस के मार्चिंग दस्ते ने राजपथ पर राष्ट्रपति को सलामी दी।

-तटरक्षक बलों के दस्ते ने राजपथ पर सलामी दी।

-वायुसेना की झांकी में नेट और अन्य विमान के मॉडल दिखाए गए हैं।

-वायुसेना के दस्ते ने अब राष्ट्रपति कोविंद को सलामी दी।

-राजपथ पर नौसेना ने अपनी झांकी का प्रदर्शन किया। इस झांकी में देश में बने पहले विमानवाहक पोत विक्रांत का मॉडल दिखाया गया है।

-नौसेना के दस्ते ने राष्ट्रपति को सलामी दी।

-राजपथ पर अब पैरा कमांडो का दस्ता पहुंचा। ये रेजिमेंट कठिन ऑपरेशन में सक्रिय हिस्सेदारी करता रहा है। पाकिस्तान पर सर्जिकल स्ट्राइक पैरा कमांडोज ने ही की थी।

-जम्मू कश्मीर लाइट इन्फेंट्री के जवानों ने राष्ट्रपति को सलामी दी। जो बोले सो निहाल, सत श्री अकाल इस रेजीमेंट का युद्धघोष।

-सिख लाइट इन्फेंट्री के जवानों ने दी सलामी।

-असम रेजिमेंट के दस्ते ने कैप्टन गौरव राणा के नेतृत्व में राजपथ पर मार्च किया।

-मद्रास रेजिमेंटल सेंटर के बैंड ने राष्ट्रपति को सलामी दी।

-राजपूत रेजिमेंट ने 1950 के दशक की वर्दी में राष्ट्रपति को सलामी दी।

-राजपूत रेजिमेंट के दस्ते ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को सलामी दी।

-राजपथ पर आकाश मिसाइल सिस्टम का प्रदर्शन। इस मिसाइल से दुश्मनों के विमानों और मिसाइलों को ध्वस्त किया जा सकता है।

-आसमान से हेलीकॉप्टरों के जरिए राजपथ पर फूल बरसाए जा रहे हैं।

-भारत में बना इलेक्ट्रॉनिक वॉरफेयर सिस्टम प्रदर्शित किया गया।

-सेना का ब्रिज सिस्टम सलामी मंच के सामने। इससे कहीं भी सेना मजबूत पुल बना सकती है।

-धनुष होवित्जर गन के दस्ते ने राष्ट्रपति को सलामी दी। इस गन से किसी भी जगह दुश्मन को नेस्तनाबूद किया जा सकता है।

-75×24 गन का प्रदर्शन राजपथ पर किया जा रहा है। भारत में विकसित पहली स्वदेशी तोप है।

-बीएमपी 2 को भी इस बार प्रदर्शित किया गया।

-बीएमपी 1 का दस्ता राजपथ पर। सेना के जवानों को दुश्मनों की मार के बीच हमला करने के लिए इसमें बिठाकर ले जाया जाता है।

-राजपथ पर सेना के शौर्य की तस्वीरें देश देख रहा है।

-अर्जुन टैंक के जरिए राष्ट्रपति को सलामी दी गई।

-पीटी 76 टैंकों ने पाकिस्तान पर कहर बरपा दिया था।

-1965, 1971 के युद्ध में हिस्सा लेने वाले टैंकों का प्रदर्शन।

-61वीं घुड़सवार सेना के जवान राजपथ पर पहुंचे। दुनिया की सबसे पुरानी सेना की विंग है।

-परमवीर चक्र विजेता संजय कुमार और योगेंद्र सिंह यादव ने राष्ट्रपति को सलामी दी।

-लेफ्टिनेंट जनरल वीके मिश्रा ने परेड की कमान करते हुए राष्ट्रपति को सलामी दी।

-एमआई 17 हेलीकॉप्टर राष्ट्रीय ध्वज लेकर आए।

-शांतिकाल का सबसे बड़ा सैन्य सम्मान है अशोक चक्र।

-आतंकियों के कब्जे से परिवार को छुड़ाकर एएसआई बाबूराम ने घर में घुसकर आतंकियों को ढेर किया।

-जम्मू-कश्मीर पुलिस के एएसआई बाबूराम को मरणोपरांत अशोक चक्र से राष्ट्रपति ने सम्मानित किया।

-सेना के बैंड ने राष्ट्रीय धुन बजाकर देश के झंडे को सलामी दी।

-राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को सेना ने 21 तोपों की सलामी दी।

-पीएम मोदी ने राष्ट्रीय समर स्मारक पर अमर जवानों को श्रद्धांजलि दी।