महाराष्ट्र में लग सकता है 8 दिन का संपूर्ण लॉकडाउन, बोले CM उद्धव ठाकरे- लॉकडाउन के अलावा कोई विकल्प नहीं

Maharashtra: सीएम उद्धव ठाकरे(CM Uddhav Thackeray) ने लॉकडाउन को लेकर कहा कि यदि लॉकडाउन लगाया जाता है कि तो महीने भर में कोरोना नियंत्रित हो जाएगा। उन्होंने कहा कि, 15 से 20 अप्रैल के बीच स्थिति बहुत खराब हो सकती है।

Avatar Written by: April 10, 2021 8:14 pm
Uddhav Corona Maharashtra

नई दिल्ली। देश में कोरोना के सबसे अधिक मामले महाराष्ट्र से सामने आ रहे हैं। ऐसे में शनिवार को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने एक सर्वदलीय बैठक में संकेत दिए कि, राज्य में 8 दिन का संपूर्ण लॉकडाउन लगाया जा सकता है। हालांकि इस बारे में अभी कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। फिलहाल माना जा रहा है कि, बैठक के बाद रविवार को संभवत: लॉकडाउन की घोषणा की जा सकती है। बता दें कि सीएम उद्धव ठाकरे ने लॉकडाउन को लेकर कहा कि यदि लॉकडाउन लगाया जाता है कि तो महीने भर में कोरोना नियंत्रित हो जाएगा। उन्होंने कहा कि, 15 से 20 अप्रैल के बीच स्थिति बहुत खराब हो सकती है। ऐसे में लॉकडाउन के अलावा कोई दूसरा रास्ता नहीं है। कोरोना की चेन तोड़ना जरूरी है। टीका लगाने के बाद भी लोग संक्रमित हो रहें हैं। बैठक के बाद सीएम उद्धव ठाकरे ने आठ दिन का संपूर्ण लॉकडाउन का संकेत दिया है। हालांकि उन्होंने इस बात के भी संकेत दिए कि एक सप्ताह बाद कुछ रियायतें दी जाएंगी।

CM Uddhav Thackeray

‘कुछ सख्त निर्णय लेने होंगे’

सर्वदलीय बैठक को लेकर सीएम उद्धव ने कहा कि, बैठक में बेहद ही अच्छे सुझाव आए। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन से लोगों को कुछ दिक्कतें जरूर होंगी लेकिन जिस तरह से कोरोना केस तेजी से बढ़ रहे हैं, ऐसे में कुछ सख्त निर्णय लेने होंगे। उन्होंने कहा कि, अगर सभी रास्तों पर उतर आए, तो कोरोना की रफ्तार पर रोक कैसे लगेगी। इसको लेकर दो-तीन दिन में फिर समीक्षा करेंगे।

देवेंद्र फडणवीस ने कहा-

वहीं भारतीय जनता पार्टी के नेता व महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने लॉकडाउन को लेकर कहा कि बढ़ते केस को देखते हुए पाबंदियां होनी चाहिए, लेकिन इसके साथ- साथ जनता के गुस्से पर भी ध्यान देना होगा। हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर खड़ा किया जाए। बेड्स मुहैय्या कराया जाएं।

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उन्होंने कहा कि कोरोना के चलते पिछला साल बर्बाद हो गया, इसके बाद भी लोगों से बिजली का बिल भरने को कहा गया। पाबंदियां कुछ ही होनी चाहिए, नहीं तो लोग जियेंगे कैसे। कर्ज का बोझ राज्य पर बढ़ रहा है, तो बढ़ने दें, व्यापारी खत्म हो रहे हैं। बिना सोचे अगर लॉकडाउन किया, तो गुस्सा फूट पड़ेगा। उन्होंने कहा कि सत्ताधारी मंत्रियों पर लगाम लगाओ। केंद्र की तरफ उंगली मत दिखाओ।