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Ayodhya News: अयोध्या का 84 कोसी परिक्रमा पथ बनेगा ऐसा, श्रद्धालुओं को लगेगा भगवान राम के राज्य जैसा

Ayodhya News: डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य की अध्यक्षता में सोमवार को हुई बैठक में इस परिक्रमा पथ के रास्ते में आने वाले सभी विधानसभा क्षेत्रों के विधायक और सांसदों की मौजूदगी में ये फैसला किया गया। इस परिक्रमा मार्ग पर जगह-जगह प्रमुख धार्मिक, सांस्कृतिक, पौराणिक और पर्यटन स्थलों की झांकियां सजाई जाएंगी।

लखनऊ। रामनगरी अयोध्या में रामलला का दिव्य मंदिर बनने के साथ ही इससे जुड़े पंचकोसी, 14 कोसी और 84 कोसी परिक्रमा पथों को भी भव्य स्वरूप देने की तैयारी यूपी सरकार कर रही है। 84 कोसी परिक्रमा मार्ग को केंद्र सरकार के भूतल परिवहन मंत्रालय ने पहले ही नेशनल हाइवे घोषित कर इसे 227-बी का नाम दे दिया है। अब यह परिक्रमा पथ ऐसा बनाया जाएगा, ताकि राम भक्त जब इस पर चलें, तो उन्हें लगे कि वे त्रेतायुग में भगवान राम के राज्य में घूम रहे हैं। अब तक की सरकारों की अयोध्या के प्रति उदासीनता के कारण 5 जिलों से होकर गुजरने वाले 84 कोसी परिक्रमा मार्ग की हालत भी बहुत खराब रही। अब केंद्र और यूपी सरकार ने तीर्थाटन के लिए खास माने जाने वाले इस पूरे रास्ते की छवि बदलने की ठान ली है। इसके तहत 275 किलोमीटर लंबी सड़क को 45 मीटर चौड़ा बनाकर चार लेन की सड़क में बदला जाएगा।

ayodhya

डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य की अध्यक्षता में सोमवार को हुई बैठक में इस परिक्रमा पथ के रास्ते में आने वाले सभी विधानसभा क्षेत्रों के विधायक और सांसदों की मौजूदगी में ये फैसला किया गया। इस परिक्रमा मार्ग पर जगह-जगह प्रमुख धार्मिक, सांस्कृतिक, पौराणिक और पर्यटन स्थलों की झांकियां सजाई जाएंगी। इसके अलावा परिक्रमा पथ के करीब पौराणिक और धार्मिक स्थलों को भी लिंक रोड से जोड़ा जाएगा।

Keshav Prasad Maurya

84 कोसी परिक्रमा पथ पर पड़ने वाले 5 जिलों में से हर एक में एक नोडल अधिकारी भी तैनात होगा। परिक्रमा करने वाले श्रद्धालुओं के लिए जगह-जगह सुविधायुक्त हॉल्ट बनाए जाएंगे। पूरे परिक्रमा पथ पर रामायण काल के पौधों को लगाया जाएगा। इस साल अक्टूबर महीने में 84 कोसी परिक्रमा मार्ग का शिलान्यास होगा। तब तक सभी 5 जिलों के डीएम को जमीन का अधिग्रहण तेजी से करने के लिए कहा गया है।

84 कोसी परिक्रमा बस्ती जिले के मखौड़ा गांव से शुरू होती है। श्रद्धालु 275 किलोमीटर का सफर तय कर फिर यहां पहुंचते हैं। मखौड़ा में इस वजह से श्रद्धालुओं के ठहरने वगैरा की जगह भी बनाने का फैसला बैठक में हुआ। पूरे मार्ग पर सारे काम एक साथ शुरू होंगे और एक साथ ही इन्हें खत्म कराने की योजना है। जिससे काम आधा-अधूरा न रहे।