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Odd-Even And Artificial Rain In Delhi: बढ़ते प्रदूषण के कारण दिल्ली में लागू हो सकता है गाड़ियों का ऑड-ईवन सिस्टम, मंत्री गोपाल राय ने पराली मामले में पंजाब का नाम तो लिया लेकिन यूपी पर फोड़ा ठीकरा

Odd-Even And Artificial Rain In Delhi: देश की राजधानी दिल्ली और आसपास के शहरों और जिलों में भयानक प्रदूषण है। दिल्ली में ही मंगलवार की सुबह 15 इलाकों में एयर क्वालिटी इंडेक्स यानी एक्यूआई 500 दर्ज किया गया। इसके बाद अब दिल्ली सरकार और कदम उठाने की तैयारी करती दिख रही है। दिल्ली में ऑड-ईवन की वापसी हो सकती है। साथ ही कृत्रिम बारिश भी कराने के लिए केंद्र को दिल्ली सरकार ने चिट्ठी लिखी है।

नई दिल्ली। देश की राजधानी दिल्ली और आसपास के शहरों और जिलों में भयानक प्रदूषण है। दिल्ली में ही मंगलवार की सुबह 15 इलाकों में एयर क्वालिटी इंडेक्स यानी एक्यूआई 500 दर्ज किया गया। इसके बाद अब दिल्ली सरकार और कदम उठाने की तैयारी करती दिख रही है। दिल्ली सरकार में मंत्री गोपाल राय ने कहा है कि विशेषज्ञों से बातचीत कर राजधानी में वाहनों के लिए ऑड-ईवन लागू करने पर विचार किया जाएगा। इसमें सुप्रीम कोर्ट के दिशानिर्देशों का भी पालन होगा। साथ ही उन्होंने आईआईटी और अन्य वैज्ञानिक संस्थानों के विशेषज्ञों के जरिए दिल्ली में प्रदूषण कम करने के लिए कृत्रिम बारिश कराने के लिए केंद्र सरकार को चिट्ठी लिखी है। उन्होंने पीएम मोदी से भी हस्तक्षेप की अपील की।

गोपाल राय ने बताया कि पंजाब में 7000 से ज्यादा पराली जलाने की घटनाएं हुई हैं और पिछले वर्षों के मुकाबले इनमें कमी आई है। वहीं, उन्होंने यूपी में पराली जलाने की 2500 घटनाओं का हवाला देकर इनमें बढ़ोतरी का इल्जाम लगा दिया। दिल्ली में सरकार ने भयानक प्रदूषण से निपटने के लिए पहले ग्रैप-1 लागू किया। फिर ग्रैप-2 और ग्रैप-3 के नियम भी लागू किए। अब सोमवार से दिल्ली सरकार ने ग्रैप-4 के नियम भी लागू किए हैं, लेकिन इसके बावजूद दिल्ली में प्रदूषण कम होने का नाम नहीं ले रहा है। साथ ही पास के गाजियाबाद, गुरुग्राम, नोएडा और यहां तक कि आगरा तक में प्रदूषण देखा जा रहा है। वहीं, पराली जलाने के मामले में विशेषज्ञ रविंद्र खैवाल ने क्या कहा, ये भी सुन लीजिए।

दिल्ली में हर साल ठंड की शुरुआत से ही प्रदूषण बढ़ जाता है। पंजाब, हरियाणा और पश्चिमी यूपी के अलावा दिल्ली के गांवों में भी किसान पराली जलाते हैं। इसी जलती पराली का बड़ा हाथ दिल्ली और आसपास प्रदूषण बढ़ाने में होता है। साथ ही अन्य राज्यों की डीजल से चलने वाली गाड़ियां भी दिल्ली आती हैं और इनसे भी काफी प्रदूषण बढ़ता है। बावजूद इसके प्रदूषण कम करने के लिए कोई ठोस योजना तैयार नहीं की गई है। हर साल प्रदूषण को रोकने के नाम पर दिवाली में आतिशबाजी पर रोक लगाई जाती है। इस साल भी ऐसा ही किया गया। जबकि, दिवाली बीते काफी दिन हो चुके हैं और फिर भी प्रदूषण अपना जहरीला रंग दिखा रहा है।