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Son Of Don In Dock: योगी सरकार के अफसरों को धमकी देकर फंसा डॉन मुख्तार का बेटा, पुलिस ने कर दी ये कार्रवाई

अब्बास के पिता मुख्तार अंसारी को पंजाब से लाकर बांदा की जेल में रखा गया है। मुख्तार ने इस बार चुनाव नहीं लड़ा था। उसकी जगह अब्बास अंसारी को ओमप्रकाश राजभर की पार्टी सुभासपा ने टिकट दिया था। मऊ सीट लंबे समय से अंसारी परिवार के पास रही है।

मऊ। अति उत्साह और सपा की सरकार बनने का भरोसा डॉन मुख्तार अंसारी के बेटे अब्बास अंसारी पर भारी पड़ा है। मऊ सदर सीट से चुनावी मैदान में सपा के सहयोगी दल सुभासपा के टिकट पर उतरे अब्बास अंसारी ने प्रशासन के अफसरों के बारे में धमकीभरे लिहाज से बयान दिया था। यही बयान अब उनके गले की हड्डी बन गया है। पुलिस ने इस बयान पर पहले केस दर्ज कर ही लिया था। अब उस मुकदमे में कई और धाराएं भी जोड़ दी हैं। ऐसे में मुख्तार के बड़बोले विधायक बेटे के जेल जाने की नौबत आती दिख रही है।

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अब्बास अंसारी पर मुकदमे की वजह 3 मार्च को चुनाव प्रचार के दौरान दिया गया बयान है। अब्बास ने उस तारीख को मऊ कोतवाली इलाके के पहाड़पुरा मैदान में कहा था कि उनकी सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव से बात हो गई है। सपा की सरकार बनने के बाद 6 महीने तक अफसरों के ट्रांसफर नहीं होंगे। इस दौरान अफसरों से उनके काम का हिसाब-किताब किया जाएगा। अब्बास का ये बयान सामने आने पर चुनाव आयोग के निर्देश पर पुलिस ने उनपर 171-एफ और धारा 506 के तहत केस दर्ज किया था। अब इसमें पुलिस ने 186, 189, 153-ए और 120-बी की धाराएं और जोड़ी हैं। साजिश की धारा जोड़े जाने के अलावा अन्य धाराओं में दर्ज केस को काफी गंभीर माना जाता है। ऐसे में अदालत से अब्बास अंसारी को जमानत मिलने के आसार कम ही दिख रहे हैं।

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मऊ के एसपी सुशील घुले ने बताया है कि एफआईआर दर्ज करने के दूसरे दिन ही धाराएं बढ़ा दी गई थीं। इसमें पुलिस आगे की कार्रवाई कर रही है। बता दें कि अब्बास के पिता मुख्तार अंसारी को पंजाब से लाकर बांदा की जेल में रखा गया है। मुख्तार ने इस बार चुनाव नहीं लड़ा था। उसकी जगह अब्बास अंसारी को ओमप्रकाश राजभर की पार्टी सुभासपा ने टिकट दिया था। मऊ सीट लंबे समय से अंसारी परिवार के पास रही है और इस बार भी वोटरों ने इसी खानदान के पक्ष में वोट दिया है।