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Absurdity: मोदी सरकार के इस फैसले से बौखलाए सपा के मुस्लिम नेता, दे रहे हैं अजब-गजब बयान

मोदी सरकार ने लड़कियों की शादी की उम्र बढ़ाकर 21 साल करने के बिल को मंजूरी क्या दी, तमाम मुसलमान नेता बौखला गए हैं। ये नेता इस फैसले के खिलाफ बोल रहे हैं और इसका विरोध करते हुए अजब-गजब तर्क दे रहे हैं। अजब-गजब तर्क देने वालों में अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी यानी सपा के नेता ज्यादा हैं।

नई दिल्ली। मोदी सरकार ने लड़कियों की शादी की उम्र बढ़ाकर 21 साल करने के बिल को मंजूरी क्या दी, तमाम मुसलमान नेता बौखला गए हैं। ये नेता इस फैसले के खिलाफ बोल रहे हैं और इसका विरोध करते हुए अजब-गजब तर्क दे रहे हैं। अजब-गजब तर्क देने वालों में अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी यानी सपा के नेता ज्यादा हैं। इन नेताओं का तर्क सुनकर आप अपना सिर पीटने पर मजबूर हो जाएंगे। मुरादाबाद से सपा के सांसद एसटी हसन भी इन नेताओं में अपना नाम शामिल करा चुके हैं। एसटी हसन ने कहा है कि लड़कियों की शादी की उम्र 21 की जगह 16-17 करनी चाहिए। हसन ने दलील दी कि अगर शादी में देर होगी, तो लड़कियां पोर्नोग्राफी वाले वीडियो देखेंगी। गंदी फिल्में देखने को उन्होंने आवारगी बता दिया।

अब आपको बताते हैं कि सपा के ही महाराष्ट्र से विधायक अबु आसिम आजमी ने क्या कहा। अबु आजमी ने शुक्रवार को इसी मसले पर एक टीवी चैनल के डिबेट में जो कहा, वो उनकी मानसिकता को अच्छी तरह उजागर करता दिखा। अबु आजमी ने कहा कि उनके संस्कार बताते हैं कि घर में अकेली बेटी और अकेली बहन के साथ कभी मत रहो, क्योंकि आप पर शैतान कभी भी सवार हो सकता है और आप घर की बेटी-बहनों से गलत काम कर सकते हैं। इस तरह का अजब बयान सुनकर आपको भी गजब लग रहा होगा और आप जरूर सोच रहे होंगे कि घर में मां जब बाहर जाती हैं, तो बेटों से कहती हैं कि वे बहन का ध्यान रखें। दोनों के रिश्ते इतने पवित्र होते हैं कि रक्षा बंधन और भाईदूज में हर भाई अपनी बहन की रक्षा की कसम खाता है।

Abu azmi SP leader

दरअसल, इस तरह के अजब बयानों का सिलसिला शुक्रवार से ही शुरू हो गया था। बयानबाजी की शुरुआत भी सपा के एक और सांसद शफीकुर्रहमान बर्क ने की थी। बर्क ने कहा था कि देश का माहौल खराब है। क्या इससे वो बच पाएंगी और दिनों दिन मुल्क के हालात खराब होते जा रहे हैं। ऐसे में सरकार का उक्त फैसला दुर्भाग्यूपर्ण है। रही पढ़ाई की बात, तो शादी के बाद भी बेटियां पढ़ाई कर सकती हैं। उन्हें उनके सुसराल वाले थोड़ी न रोकेंगे। उन्होंने तो यहां तक कहने से कोई गुरेज नहीं किया कि बेटियों की उम्र 21 साल होने से आवारा हो जाएंगी। सपा सांसद ने कहा कि मैं सरकार के इस फैसले का कड़ा विरोध करूंगा। इससे हमारी बेटियों पर बुरा असर पड़ेगा।