रांची। भ्रष्टाचारियों के खिलाफ लगातार कार्रवाई कर प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी चर्चा में है। बड़े-बड़े नेता आजकल ईडी की जद में हैं। इनमें से कई बड़े नेताओं को ईडी ने भ्रष्टाचार के मामले में जेल भी भिजवाया है। ईडी की इसी ताबड़तोड़ कार्रवाई के बाद अब जांच एजेंसी के अफसरों को नुकसान पहुंचाने के लिए साजिश भी रची जा रही है। इस साजिश के तहत कुछ आरोपियों ने नक्सलियों से संपर्क किया है। हिंदी अखबार दैनिक जागरण ने ये खबर दी है। अखबार के मुताबिक झारखंड में अवैध खनन, जमीन घोटाला, शराब घोटाला और मनरेगा घोटाला की जांच कर रहे ईडी अफसरों के खिलाफ साजिश रची गई है। अखबार ने ईडी सूत्रों के हवाले से खबर दी है कि मनी लॉन्ड्रिंग के कुछ आरोपियों ने ईडी अफसरों को नुकसान पहुंचाने के लिए नक्सलियों से संपर्क किया। इसकी जानकारी ईडी ने केंद्र सरकार को दी है और केंद्र इस मामले को गंभीरता से देख रहा है।
झारखंड में ईडी ने तमाम नेताओं, नौकरशाहों, कारोबारियों और उनके करीबियों पर कार्रवाई तेज कर रखी है। राज्य के सीएम हेमंत सोरेन को भी ईडी ने तलब किया था। अखबार दैनिक जागरण की खबर के मुताबिक ईडी को अपने सर्विलांस से जानकारी मिली कि रांची के बिरसा मुंडा केंद्रीय होटवार जेल में बंद कुछ आरोपियों और उनके करीबियों ने ईडी के अफसरों से बदला लेने के लिए साजिश रची। जेल में कई नक्सली भी बंद हैं। बताया जा रहा है कि भ्रष्टाचार के आरोपियों और उनके करीबियों ने नक्सलियों के जरिए ईडी अफसरों के लिए खतरा पैदा करने की साजिश रची है। इस जानकारी के बाद ईडी के दफ्तर और अफसरों की सुरक्षा कड़ी भी की गई है। अखबार के मुताबिक जेल के सीसीटीवी फुटेज भी नष्ट करने की जानकारी मिली है।
इसके अलावा ईडी को ये जानकारी भी मिली है कि उसके पक्ष में आए सरकारी गवाहों को भी जेल से डराया और धमकाया जा रहा है। ईडी के अफसरों के खिलाफ फर्जी केस करने की साजिश रचे जाने का भी पता जांच एजेंसी को चला है। मनी लॉन्ड्रिंग के अहम सबूत नष्ट करने की कोशिश हो रही है। इसमें गिरफ्तार किए गए प्रेम प्रकाश का अहम रोल होने की बात अखबार ने अपने खबर में कही है। ऐसे में आने वाले दिनों में ईडी की तरफ से बड़ा कदम उठाए जाने की संभावना है। केंद्र सरकार की तरफ से भी ईडी अफसरों की सुरक्षा के लिए अहम फैसला लिए जाने के पूरे आसार दिख रहे हैं।