
नई दिल्ली। दिल्ली में बांग्लादेशी और रोहिंग्या मुसलमानों के खिलाफ कार्रवाई तेज हो गई है। दिल्ली पुलिस संगम विहार और गिल फार्म जैसे क्षेत्रों में संदिग्ध रोहिंग्याओं की पहचान कर रही है। सभी संदिग्धों के दस्तावेजों, जैसे वोटर आईडी और आधार कार्ड की जांच की जा रही है। हाल ही में गृहमंत्री अमित शाह ने दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के साथ बैठक कर राजधानी में अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशी और रोहिंग्याओं की पहचान करने और उनको वापस उनके देश भेजने का निर्देश दिया था। साथ ही गृहमंत्री ने दिल्ली में रोहिंग्या घुसपैठियों की मदद करने वालों पर सख्त कार्रवाई भी करने को कहा था।
Delhi: Police has began action against Bangladeshi Rohingyas suspected of living illegally in the city. Authorities have begun document verification in areas like Sangam Vihar and others pic.twitter.com/wqJyTG04F8
— IANS (@ians_india) March 6, 2025
अमित शाह ने इसे राष्ट्रीय सुरक्षा का मुद्दा है बताते हुए इससे सख्ती से निपटाने का निर्देश दिया था। इस बैठक में दिल्ली की सीएम के अलावा दिल्ली के गृहमंत्री आशीष सूद, दिल्ली पुलिस आयुक्त और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे। इसी क्रम में केंद्रीय गृहमंत्री के आदेशों का अनुपालन करते हुए दिल्ली पुलिस की टीम संगम विहार और गिल फार्म जैसे क्षेत्रों में पहुंची। यहां पर ऐसे सभी लोगों के डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन का काम किया जा रहा है जिनको लेकर शक है कि वो बांग्लादेशी रोहिंग्या हो सकते हैं।
संगम विहार और गिल फार्म उन क्षेत्रों में आते हैं जहां बांग्लादेशी घुसपैठियों के होने की आशंका है। यहां की बस्तियों में बहुत से ऐसे लोग रहते हैं जो बांग्लादेश से आए हैं और फर्जी दस्तावेज या बिना किसी डॉक्यूमेंट के ही अपनी पहचान छुपाकर यहां रह रहे हैं। आपको बता दें कि बीजेपी के द्वारा पश्चिम बंगाल से लेकर असम और दिल्ली तक अवैध रूप से भारत में रहे रहे बांग्लादेशी और रोहिंग्या मुसलमानों का मुद्दा उठाया जाता रहा है। अब दिल्ली में बीजेपी की सरकार बनने के बाद यहां एक्शन शुरू हो गया है। जो भी घुसपैठिए जाए जाएंगे उनको सरकार डिपोर्ट करेगी।