नई दिल्ली। कांग्रेस नेता और लोकसभा में नेता विपक्ष अधीर रंजन चौधरी ने तृणमूल कांग्रेस की मुखिया ममता बनर्जी पर जोरदार हमला करते हुए उन्हें ‘पागल’ तक घोषित कर दिया। आपको बता दें कि पांच राज्यों में मिली करारी हार के बाद शुक्रवार को ममता बनर्जी ने कांग्रेस को निशाना बनाया था। ममता ने तो यहां तक कह दिया था कि बीजेपी विरोधी गठबंधन में कांग्रेस का कोई स्थान नहीं बनता। इसी बात पर अधीर रंजन चौधरी भड़के नजर आए, और ममता पर करारा हमला बोला। ममता द्वारा कांग्रेस को दिए सलाह पर पलटवार करते हुए अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि ‘पागल व्यक्ति को जवाब देना सही नहीं है, पूरे भारत में कांग्रेस के 700 विधायक हैं। क्या दीदी के पास हैं? कांग्रेस के पास विपक्ष के कुल वोट शेयर का 20% है। क्या उनके पास है? अधीर रंजन ने कहा कि कांग्रेस न होती तो उनके जैसे नेता भी न होते।
दीदी ने गोवा में कांग्रेस को कमजोर किया- अधीर रंजन चौधरी
अधीर रंजन ने आगे कहा वो यानी ममता बनर्जी कांग्रेस के खिलाफ कमेंट क्यों कर रही हैं? अगर कांग्रेस नहीं होती तो दीदी जैसे लोग भी नहीं होते। उन्हें यह बात याद रखनी चाहिए। वो भाजपा को खुश करने के लिए गोवा गईं, वहां उन्होंने कांग्रेस को हराने में योगदान दिया। ये तो सभी जानते हैं कि दीदी ने गोवा में कांग्रेस को कमजोर किया है।
Not right to respond to a mad person. Congress has 700 MLAs across India. Does Didi have it? Congress has 20% of Opposition’s total vote share. Does she have it? She’s saying this to please BJP & act as its agent. She says things like this to stay relevant: AR Chowdhury, Congress https://t.co/jhQEfJj5T0 pic.twitter.com/JQxfbRGIlq
— ANI (@ANI) March 12, 2022
कांग्रेस को साथ रखने का कोई मतलब नहीं- ममता बनर्जी
पांच राज्यों में कांग्रेस के अति निराशाजनक प्रदर्शन के बाद ममता बनर्जी ने कांग्रेस पर सवाल उठाया था। चार विधानसभा राज्यों में भारतीय जनता पार्टी की जीत के बाद भाजपा-विरोधी गठबंधन के लिए क्षेत्रीय दलों से संपर्क साधते हुए पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने शुक्रवार को कहा था कि कांग्रेस को साथ रखने का कोई मतलब नहीं बनता, क्योंकि अब उसमें पहले वाली वह बात नहीं रही। उन्होंने आगे कहा था कि अब कांग्रेस हर जगह हार रही है। ऐसा नहीं लगता है कि अब कांग्रेस को जीतने में कोई दिलचस्पी है। उसकी विश्वसनीयता खत्म हो गई है, लिहाजा अब उनपर निर्भर रहने का कोई मतलब नहीं है।