
नई दिल्ली। दिवंगत फिल्म अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की पूर्व मैनेजर दिशा सालियन की मौत मामले में बॉम्बे हाईकोर्ट में महाराष्ट्र सरकार के वकीलों ने एसआईटी रिपोर्ट के आधार पर यह स्पष्ट किया है कि इस केस में कुछ भी संदेहजनक जानकारी नहीं है। मुंबई पुलिस ने इसे आत्महत्या का मामला ही माना है। इस प्रकार से इस मामले में शिवसेना यूबीटी नेता आदित्य ठाकरे को बड़ी राहत मिली है, जिनका नाम इस केस में जोड़ा जा रहा था। दिशा सालियान के पिता ने आरोप लगाया था कि उनकी बेटी से दुष्कर्म के बाद हत्या की गई। दिशा के पिता ने आदित्य ठाकरे के खिलाफ एफआईआर दर्ज किए जाने की मांग की थी और कहा था कि हाईप्रोफाइल होने के कारण इस केस को राजनीतिक रूप से दबाने की कोशिश हो रही है।
वहीं राज्य सरकार की ओर से मालवणी पुलिस स्टेशन के सीनियर इंस्पेक्टर शैलेन्द्र नागरकर ने जो जवाबी हलफनामा कोर्ट में दाखिल किया है उसमें बताया गया है कि याचिका में लगाए गए आरोप जांच के बाद निराधार पाए गए हैं। वैज्ञानिक जांच और पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर केस की क्लोजर रिपोर्ट दाखिल की गई है, जिसमें इस बात की पुष्टि हुई है कि दिशा सलियान ने आत्महत्या की थी। दिशा सालियान 8 जून 2020, को मुंबई के मलाड में स्थित एक बिल्डिंग की 14वीं मंजिल से गिर गईं थी जिसमें उनकी मौत हो गई।
दिशा की मौत के कुछ दिन बाद 14 जून 2020 को सुशांत सिंह राजपूत की मौत का मामला सामने आया, अब चूंकि दिशा सुशांत की मैनेजर रह चुकी थीं इसलिए इन दोनों मामलों को जोड़कर देखा जा रहा था। यह मामला काफी चर्चा में रहा है। साला 2022 में महाराष्ट्र विधानसभा में भी इस मामले को उठाया गया था। एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना विधायक भरत गोगावले और बीजेपी विधायक नितेश राणे ने दिशा सालियान की मौत की जांच की मांग की थी।